कांकेर: नक्सल प्रभावित कांकेर में माओवादियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हुई. एनकाउंटर में जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी अपने कैंपों में हथियार और गोला बारूद छोड़ मौके से भागने लगे. जवानों ने नक्सलियों का पीछा करते हुए एक जनमिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया. जवानों की गिरफ्त में आया माओवादी कई नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड रह चुका है. जवानों की पूछताछ में कई बड़े राज भी पकड़ा गया नक्सली उगल सकता है.
माओवादियों से मुठभेड़: एनकाउंटर के बारे में कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि जवान आम दिनों की तरह सुरेली मनकोट की ओर सर्चिंग पर निकले थे. तभी उस इलाके में माओवादियों का कैंप जवानों को नजर आया. जवान जैसे ही माओवादियों के कैंप की ओर बढ़े माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवानों ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए माओवादियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. जवानों की कार्रवाई में जहां माओवादियों का बड़ा गोला बारूद पकड़ा गया वहीं मौके से भाग रहे नक्सली को भी जवानों ने पकड़ लिया.
नक्सली कैंप पर जवानों का कब्जा: नक्सलियों के ठिकाने से जो गोला बारूद जवानों ने बरामद किया उसमें दो विस्फोटक आईडी और एक पाइप बम भी शामिल है. वहीं जवानों ने जिस नक्सली को भागने के दौरान पकड़ा है उसका नाम मुकेश मंडावी है और उसकी उम्र महज 23 साल है. जवानों की पूछताछ में पकड़े गए माओवादी ने बताया कि वो मुरनार इलाके का रहने वाला है और पार्टी में जनमिलिशिया के लिए काम करता था.
इसी इलाके में 2 नक्सली हुए थे ढेर: 7 नवंबर को कांकेर में दूसरे चरण का मतदान होना है. मतदान को सुरक्षित कराने के लिए जवान लगातार सर्चिंग पर डटे हैं. आज जिस इलाके में मुठभेड़ हुई उसी इलाके में 31 अक्टूबर को भी माओवादियों के साथ जवानों का एनकाउंटर हुआ था, जिसमें नक्सली मारे भी गए थे.