कांकेर: कोरोना महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है. प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार पहुंच चुकी है. वहीं अब नक्सलियों में भी कोरोना का भय देखने को मिला है. कोयलीबेड़ा में मेढ़की नदी के किनारे नक्सलियों ने भारी मात्रा में बैनर लगाए हैं. जिसमें नक्सलियों ने लोगों से कोविड-19 से सावधान रहने की अपील की है और सुरक्षाबलों को वापस अपने मूल बैरक में लौटने की चेतावनी दी है.
बता दें, जिले में 150 से भी अधिक सुरक्षाबल के जवान कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. जिसका भय अब नक्सलियों में भी दिख रहा है. रावघाट एरिया कमेटी ने भारी संख्या में मेढ़की नदी के किनारे बैनर लगाए हैं. नक्सलियों के द्वारा सुरक्षाबल के जवानों पर क्षेत्र में कोरोना महामारी फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें वापस लौटने को कहा है.
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नक्सलियों में पहली बार कोरोना को लेकर दहशत दिखाई दी है. नक्सलियों के द्वारा इस तरह के बैनर लगाकर कोरोना के बहाने सुरक्षाबलों पर निशाना साधे जाने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. नक्सली पिछले दिनों सुरक्षाबल की कार्रवाई से बैकफुट में नजर आ रहे हैं. वहीं अब उन्हें कोरोना के बहाने जवानों पर निशाना साधने का मौका मिला है. जिस पर नक्सलियों ने जवानो पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाकर ग्रामीणों को अपनी ओर खींचने की कोशिश की है.
ग्रामीणों ने की थी गांव की ओर न आने की अपील
इसके पहले कोयलीबेड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर बीएसएफ जवानों के लगातार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद उन्हें सर्चिंग के दौरान गांव की ओर न भेजने की अपील भी की थी. अब नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को वापस भेजने की बात कहकर ग्रामीणों को अपनी ओर करने की कोशिश की है. बता दें, जिले में कोरोना से संक्रमित हुए अधिकांश जवान स्वस्थ हो चुके हैं और उनसे ग्रामीणों को किसी तरह के खतरे की संभावना नहीं है.