कांकेर: नारायणपुर नक्सली हमले में 5 जवान शहीद हो गए. इस हमले में अंतागढ़ के पोटगांव का एक जवान भी शहीद हो गया. शहीद जवान करन देहारी की एक महीने बाद ही शादी होने वाली थी. अप्रैल की 25 तारीख को करण की शादी थी. शहीद हुए करन देहारी का पार्थिव शरीर बुधवार को उनके पैतृक गांव पोटगांव पहुंचा. जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.
शहीद करन पुलिस विभाग में ड्राइवर के पद पर पदस्थ थे.शहीद करण के चाचा ने बताया कि करण 2009 से पुलिस विभाग में पदस्थ थे. अगले महीने ही उनकी शादी होने वाली थी. शादी के कार्ड भी छप चुके थे. पूरे गांव को इस बात पर गर्व है कि उनका बेटा देश सेवा में शहीद हुआ है.
शहीद को एक साल की बेटी ने दी मुखाग्नि तो रो पड़ा गांव
जवानों की बस को नक्सलियों ने बनाया था निशाना
मंगलवार को नारायणपुर में नक्सलियों ने जवानों पर बड़ा हमला किया. नक्सलियों ने सर्चिंग से लौट रहे जवानों की एक बस को बम से उड़ा दिया. जिसमें 5 जवान शहीद हो गए. हमले में करीब 19 जवान घायल हुए हैं. शहीदों में कांकेर के चंवड़ गांव के रहने वाले जवान सेवक सलाम भी शामिल हैं. शहीद सेवक सलाम की 1 साल की बेटी है. जिसके सिर से पिता का साया उठ गया है.
अंतागढ़ ने खोया अपना बेटा
शहीद हुए जवानों को याद करते हुए उनके सम्मान में अंतागढ़ आज बंद रहा. नक्सली हमले में शहीद हुए करण की खबर मिलते ही अंतागढ़ में शोक की लहर दौड़ गई. शहीद करन देहारी ने अपनी पढ़ाई अंतागढ़ से पूरी थी. वे कर्मक्षेत्र भी अंतागढ़ ही था. करण के जानने वाले बताते हैं, वे बहुत ही सरल और कुशल व्यक्तित्व के धनी थे. हमेशा हंसमुख और शालीन व्यवहार उनकी खास पहचान थी. नक्सलियों की कायराना करतूत के चलते अंतागढ़ ने अपने बेटे को खो दिया है.