वहीं ऑटो यूनियन के सदस्यों ने पालिका के कुछ कर्मचारियों पर व्यापारियों के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगाया है.
ऑटो स्टैंड के लिए दी थी जगह
बता दें कि पुराने बस स्टैंड पर नदी के किनारे सालों पहले नगर पालिका ने ऑटो स्टैंड के लिए जगह दी थी, लेकिन कुछ दिन पहले शहर के एक व्यवसायी सुनील लालवानी ने कब्जा कर दुकान का निर्माण करने के लिए नींव की खुदाई करना शुरू कर दिया था.
बंद करवाया काम
जब ऑटो यूनियन ने इसका विरोध किया तो उक्त व्यापारी ने नगर पालिका के एक अधिकारी को इसके बदले में पैसे देने की बात कही, जिसके बाद ऑटो यूनियन ने तहसीलदार से मामले की शिकायत की और तहसीलदार ने तुरंत अपनी टीम को मौके पर भेज कर काम को बंद करवाया.
सालो से ऑटो यूनियन की है ये जगह
ऑटो यूनियन के सदस्यों ने बताया कि कई बार उक्त व्यापारी उन्हें धमका चुका है और जगह पर कब्जे की कोशिश की गई है, लेकिन यह जगह सालों से ऑटो यूनियन की है. ऐसे में पालिका अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई न करके उन्हें सह दे रही है.