कांकेर: दुधावा बांध के टापू में 3 महीने से फंसे सैकड़ो बंदरों को बचाने के लिए वन विभाग जुटा हुआ है. शनिवार से वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बनाये जा रहे अस्थाई पूल का काम लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया. कल यानी सोमवार सुबह से रेस्क्यू टीम फिर काम शुरू करेगी. 24 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद एसडीएम की नींद टूटी है. रविवार को एसडीएम यूएस बंदे मौके पर पहुंचे और बंदरों के रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया. SDM ने वन विभाग से पूरे ऑपरेशन की जानकारी ली और टापू में फंसे बंदरों को जल्द रेस्क्यू करने के निर्देश दिए.
बिना समुचित तैयारी के चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
दुधावा डैम में पानी का स्तर बढ़ा हुआ है. अस्थाई पुल बनाने के लिए विभाग के पास फिलहाल एक ही नाव है. बढ़े हुए जल स्तर के कारण पानी में उतर कर पुल बनाना जोखिम भरा है. बिना समुचित इंतजाम के पुल बनाने के काम पर असर पड़ रहा है. इसके अलावा रेस्क्यू दल के पास लाइफ जैकेट नहीं है. जिसकी वजह से रेस्क्यू कार्य में काफी समय लग रहा है. इस वजह से वहां काम कर रहे मजदूरों को जान का खतरा बना हुआ है.
बंदरों के लिए टापू पर भेजा गया फल
वन विभाग रोज बंदरों के लिए टापू पर फल के बोरे पहुंचा रहा है. साथ ही बांध से टापू के बीच एक अस्थाई पुल बनाने में लगा हुआ है. पुल के सहारे ही बंदरों को टापू से जंगलों में रेस्क्यू करने की योजना है.
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SDM यूएस बंदे ने बताया कि नाव की कमी से पुल बनाने में समस्या हो रही है. बांध के मछली ठेकेदारों से नाव के लिए बात की जा रही है. जल्द ही बंदरों को टापू से निकाल लिया जाएगा.