कांकेर: जिले में महिलाएं व नाबालिग युवतियां सुरक्षित नहीं हैं. कांकेर पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि साल 2023 में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में तेजी आई है. पाक्सो एक्ट और दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़े हैं. बलात्कार, अपहरहण, डकैती, लूट नकबजनी के मामले कम हुए लेकिन हत्या की घटनाएं बढ़ी है. नक्सल मामलों में पुलिस को जरूर कामयाबी मिली है. अतिसंवेदनशील नक्सल क्षेत्रों में नए कैंप लगाए जाने से नक्सली घटनाओं में कमी आई है.
कांकेर क्राइम रिपोर्ट: 2023 में पुलिस को नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलताएं मिली. पुलिस ने अंदरूनी क्षेत्रों थाना बड़गांव के मेंड्रा और दुर्गुकोंदल के हेथले में बीएसएफ कैंप शुरू किया. दोनों जगह बीएसएफ कैम्प खुलने से यहां गश्त बढ़ी और नक्सलियों की इस क्षेत्र में गतिविधियां कम हुई. यही नहीं बीते साल पुलिस ने तीन नक्सलियों को मार गिराया. पुलिस ने ग्राम गोमे में 2 पुरुष नक्सली जबकि ग्राम बिनागुंडा में एक महिला नक्सली को मार गिराया. पुलिस ने नक्सलियों के कब्जे से कुल 8 हथियार बरामद किए जिसमें एक इंसास रायफल, 1 एके 47 सहित 2 ऑटोमेटिक हथियार हैं. पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में गश्त तेज की और नक्सल गतिविधियों में शामिल 45 लोगों को गिरफ्तार भी किया. शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 6 नक्सलियों ने सरेंडर किया. इनमें 3 लाख का इनामी परतापुर एरिया कमेटी का डिप्टी कमांडर सन्नू मंडावी और 5 लाख का इनामी चंदन दरों प्रमुख हैं.
एसपी दिव्यांग पटेल और डीआईजी बालाजी राव ने साल 2023 का क्राइम रिपोर्ट पेश की. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साल 2023 में पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाते हुए विकास कार्य कराए. इनमें प्रमुख है तुसकाल से किसकोड़ों के बीच 25.9 किलोमीटर सड़क, डुट्टा से चिलपरस के बीच 3.8 किलोमीटर सड़क निर्माण कराया गया. इसके अलावा कामतेड़ा मेढ़की नदी और कटगांव वालेर नदी में उच्चस्तरीय पुल निर्माण का काम पूरा कराया. कोयलीबेड़ा से पखांजूर सड़क निर्माण पूरा कराया जिसके बाद अब कोयलीबेड़ा से पखांजूर की दूरी 105 किलोमीटर से घटकर सिर्फ 45 किलोमीटर हो गई है. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करते हुए रावघाट परियोजना अंतर्गत ताड़ोकी तक रेल लाइन का काम पूरा कराया. सामुदायिक पुलिसिंग के तहत सिविक एक्शन कार्यक्रमों का आयोजन सालभर अंदरूनी क्षेत्रों में कई काम किए.