कांकेर: एक महीना पहले कांकेर के निजी अस्पताल में महिला की प्रसव के बाद मौत हो गई थी. उस दौरान परिजनों ने अस्पताल में काफी हंगामा किया, जिसके बाद से अस्पताल बंद था. वहीं प्रशासन की ओर से मामले की जांच भी चल रही है. इस बीच शनिवार को अस्पताल फिर से खुला. इसकी भनक मृतका के परिवार को लगी तो रविवार को एक बार फिर अस्पताल में जमकर हंगामा होने लगा. सेटलमेंट के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए सुबह 11 बजे परिजनों ने अस्पताल के सामने सड़कजाम कर विरोध किया. इस बीच पुलिस ने परिजनों को समझाइश देकर किसी तरह शांत कराया.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला कांकेर जिले का है. निजी अस्पताल में मंगलवार, 28 जून की शाम 5 बजे नरगिस बानो को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती किया गया. रात करीब 3 बजे महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इस पर डॉक्टर को बुलाया गया. कुछ देर में नरगिस ने बच्चे को जन्म दिया. बेटे के जन्म के कुछ ही देर बाद नरगिस की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिजनों से अस्पताल में जमकर हंगामा किया. साथ ही डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया.
मैं आज यहां इंसाफ मांगने आई हूं. एक माह पहले मेरी बेटी का प्रसव के बाद मौत हो गई थी. डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसकी मौत हुई. आज एक माह हो गया है. अब तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. -सितारा बेगम, मृतका की मां
हमारे घर कुछ लोग आते हैं और हम को बोलते हैं कुछ पैसे वगैरा ले लो, सेटलमेंट कर लो. बच्चे के लिए कुछ है तो लाख डेढ़ लाख रुपए ले लीजिए और बंद कर दीजिए अपना केस. यह तो होता रहता है. दुर्घटना में कितने दिन अस्पताल बंद करा कर रखोगे बोलते है. जब हॉस्पिटल में मैं अपनी बहन को डिलीवरी के लिए लाया था, उस समय एकदम नॉर्मल थी. उसका ब्लड वगैरह सब रिपोर्ट ठीक थी. बस मैं चाहता हूं कि मेरी बहन के साथ इंसाफ हो. -शेख असलम, मृतका का भाई
एक माह बाद भी नहीं मिला इंसाफ: आज महिला के मौत को एक माह बीत गया है. हालांकि मामले में अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. महिल की मौत के बाद अस्पताल को बंद कर दिया गया था. हालांकि अब शनिवार 29 जुलाई को अस्पताल को फिर से खोल दिया गया है. अस्पताल खुलने की जानकारी के बाद परिजनों ने एक बार फिर रविवार को अस्पताल के पास हंगामा किया. परिवार का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी बेटी की मौत हो गई. इतना ही नहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से सेटलमेंट की बात भी कही जा रही है. सेटलमेंट के लिए दबाव भी डाला जा रहा है.
मातृ शिशु अस्पताल में चल रहा नवजात का इलाज: नरगिस बानो की मौत के बाद नवजात बच्चे को शहर के अलबेलापारा स्थित शासकीय मातृ शिशु अस्पताल में शिफ्ट किया गया. शासकीय अस्पताल के डॉक्टर बच्चे की स्तिथि पर नजर बनाए हुए हैं.
घटना के बाद टीम गठित कर जांच की जा रही है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. शुरुआती जांच में खामियां पाए जाने पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया था. रिपोर्ट के बाद कार्रवाई करेंगे. -अविनाश खरे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी
बता दें कि इस मामले में प्रशासन ने जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की बाद कही है. जल्द ही जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. रविवार सुबह हुए हंगामे के बाद पुलिस ने समझाइश दी, जिसके बाद मामला शांत हुआ.