कांकेर: सोशल मीडिया में कृषि विभाग के दो आदिवासी अधिकारियों पर इंटक नेताओं की तरफ से लगाया गया भ्रष्टाचार के आरोप का मामला गरमा गया है. इंटक के आरोपों पर आदिवासी संगठन और सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी नाराज है. उन्होंने आदिवासी अधिकारियों की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.
कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी: आदिवासी संगठन और आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक और अजाक थाने में कार्रवाई करने की मांग को लेकर आवेदन दिया है. मामले में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करने पर आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने उग्र आंदोलन की बात कही है.
फर्जी खबर वायरल करने के आरोप: आदिवासी समाज के पदाधिकरी प्रकाश भंडारी ने कहा कि कृषि विभाग के उपसंचालक नरेन्द्र कुमार नागेश और कृषि विभाग में पदस्थ सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी सरजूराम शोरी पर भ्रष्टाचार करने संबंधी भ्रामक खबर सोशल मीडिया में 20 जुलाई को वायरल किया गया था. जिसमें इंटक नेता तबरेज खान और गणेश तिवारी ने खबर को सोशल मीडिया में एक दैनिक अखबार के हवाले से फर्जी तरीके से वायरल किया.
सख्त कार्रवाई करने की मांग: इसके साथ ही आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने समाचार पत्र की विश्वसनीयता की भी जांच करने की भी मांग की है. सर्व समाज और आदिवासी समाज द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि, "गणेश तिवारी हमेशा आदिवासी समाज के अधिकारियों पर झूठा आरोप लगाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित और ब्लैकमेलिंग करता है." ऐसे अपराधिक प्रवृति के लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग समाज ने की है.
"दोनो इंटक नेता सोशल मिडिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर दुष्प्रचार करते रहते हैं. जिस समाचार पत्र की प्रेस विज्ञप्ति प्रकाशन बताया जाता है. वो पूरी तरह से फर्जी है, उसकी भी जांच किया जाए." - सरजू राम शोरी, पीड़ित कृषि अधिकारी
दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करेगी पुलिस: कांकेर एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर ने समाज और कृषि अधिकारियों के तरफ से आवेदन दिये जाने की जानकारी दी है. उन्होंने मामले की जांच कराने और अखबार की भी जांच कराये जाने की बात कही है. साथ ही दोषी पाए जाने पर कार्रवाई किये जाने का भरेसा दिया है.