कांकेर: कांकेर में पूर्व विधायक का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो अधिकारियों को भूत उतारने की बात कह रहे हैं. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जनता की सेवा करने की नसीहत दे डाली है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला कांकेर के अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र का है. यहां के पूर्व विधायक पूर्व विधायक भोजराज नाग का एक वीडियो सामने आया है. गुरुवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक ने माइक पकड़ कर विपक्ष पर हमला बोलना शुरू किया. इस दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने अधिकारियों का भूत उतारने की बात कह डाली. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जनता की सेवा करने की नसीहत दी. साथ ही उन्होंने धरना प्रदर्शन को लेकर जारी नियम पर भी कटाक्ष किया.
विधायक के बिगड़े बोल: प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक भोजराज नाग ने कहा, "अगर मैं विधायक रहता तो आपका भूत उतारता. क्योकि मैं जनप्रनिधि भी हूं औरपुजारी भी हू. मुझे अच्छे से भूत उतारना आता है. अधिकारी कर्मचारी कान खोलकर सुन लें, जनप्रनिधि जनता का चुना हुआ एक प्रतिनिधि होता है. अधिकारी कर्मचारी जनता की सेवा करने के लिए होता है. एसी कमरे में बैठ के जनता के टैक्स के पैसे से वेतन लेकर मौज करने के लिए नहीं. ये बात कान खोल कर सुन लें, आपसे पहले मैंने कई बार अधिकारियों का भूत उतारा है. एक पत्र आया है. हमारे मंडल अध्यक्ष को कि नियम कानून के अनुसार धरना प्रदर्शन नहीं कर सकते. आपको फॉर्म भरना पड़ेगा. नियम हमारे लिए है, आपके लिए नहीं है."
वर्तमान विधाय का बयान: पूर्व विधायक के भूत उतारने वाले बयान पर ईटीवी भारत ने अंतागढ़ के विधायक अनूप नाग से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "चाहे जनप्रनिधि हो या आम जनता हो. सबको अपनी मार्यदा में रहना चाहिए. अच्छे भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर कोई जनप्रनिधि किसी अधिकारी के साथ ऐसा व्यवहार करेगा, तो ऐसी परिस्थिति बनती है. मुझे नहीं मालूम किस अधिकारी ने किस जनप्रनिधि को क्या बोला है? किसी जनप्रनिधि का यह कहना कि अधिकारियों का भूत उतार दूंगा. मुझे समझ नहीं आता. किस अधिकारी को भूत कह रहे है और भूत का मतलब ही क्या है? उन्हें बताना चाहिए. मेरे अन्तागढ़ में जो अधिकारी-कर्मचारी हैं, सभी संयमित हैं. सभी अपना काम अच्छे से कर रहे है."
बता दें कि एक विरोध प्रदर्शन के दौरान अंतागढ़ के पूर्व विधायक ने ये बयान दिया. इस पर पर अंतागढ़ के वर्तमान विधायक का बयान सामने आया है. उन्होंने भाषा और पद की मर्यादा रखने की बात कही है.