कांकेर: अंतागढ़ के पूर्व भाजपा विधायक भोजराज नाग को नक्सलियों ने पर्चा जारी कर जान से मारने की धमकी दी है. धर्मांतरण के विरोध में भोजराज नाग के आंदोलन को नक्सलियों ने गलत बताया है. नक्सलियों ने पर्चा जारी कर बयान में भोजराज नाग को हिंदुत्व और आरएसएस का एजेंट बताया है.
नक्सलियों ने पर्चा जारी कर दी धमकी: नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिविजन के सचिव सुखदेव कोड़ों ने पर्चा जारी किया है. जिसमें भाजपा और आरएसएस पर आदिवासियों पर जबरन हिन्दुत्व थोपने का आरोप लगाया गया है. नक्सलियों का मानना है कि आदिवासी न तो हिन्दू हैं और न ही ईसाई हैं. आदिवासी अपनी स्वतंत्र पहचान के लिए लड़ रहे हैं. नक्सलियों ने भोजराज नाग के साथ भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी टिप्पणी की है.
नक्सलियों की धमकी पर क्या बोले भोजराज: भोजराज नाग ने नक्सलियों की तरफ से जारी पर्च पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण पर लड़ाई लड़ना हमारा धर्म है. हम जिस जाति समुदाय से आते हैं, वह प्रकृति की पूजा करते हैं. जो व्यक्ति जिस धर्म को लेकर पैदा हुआ है, जिस समाज में पैदा हुआ है उसे बदलना नहीं चाहिए. हमारा मनोबल धमकी देने से कम नहीं होगा. हम जो काम कर रहे हैं, वह भगवान और ईश्वर का काम है. भोजराज नाग ने प्रदेश सरकार पर सुरक्षा नहीं देने का भी आरोप लगाया.
"सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकार ने हमारी सुरक्षा की कैटेगरी कम कर दी है. पहले हमें Z सुरक्षा प्राप्त था, अब वह Y कर दिया गया है. यह कहीं ना कहीं सरकार की षड़यंत्र की ओर इशारा करता है. इसको लेकर माननीय राज्यपाल और सबको सूचना भी दिया गया है." - भोजराज नाग, पूर्व विधायक
कौन है भोजराज नाग: भोजराज नाग 2014 में अंतागढ़ विधानसभा में हुए उपचुनाव में जीत कर भाजपा से विधायक चुने गए थे. उन्होंने अम्बेडराइड पार्टी ऑफ इंडिया के रूपधर पुडो को हराया था. अभी वर्तमान में जनजाति सुरक्षा मंच में हैं और लगातार धर्मान्तरण को लेकर रैली या आंदोलन में भाग ले रहे हैं.