कांकेर: कांकेर में फूड इंस्पेक्टर के फोन और जलाशय के पानी की बर्बादी का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है. मामले में फूड इंस्पेक्टर के निलंबन के बाद अब जल संसाधन के एसडीओ के ऊपर गाज गिर सकती है. कांकेर कलेक्टर ने एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसका जवाब 24 घंटे के भीतर देने को कहा गया था. एसडीओ ने कांकेर कलेक्टर को संतोषजनक जवाब नहीं दिया है. यही कारण है कि कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के सचिव को कार्रवाई के लिए अनुशंसा पत्र लिखा है.
क्या लिखा पत्र में: कांकेर कलेक्टर ने सचिव को पत्र लिखा कि," खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास का फोन परलकोट जलाशय में गिर गया था. मोबाइल ढूंढने के लिए 21 मई से लगातार 4 दिनों तक परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर से स्केल वाय के बीच 4104 क्यूबिक मीटर पानी डीजल पंप के द्वारा बहा दिया गया. घटना के संबंध में पखांजूर अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन आरएल धीवर द्वारा मीडिया में दिये गये बयान अनुसार राजेश विश्वास पखांजूर को मोबाइल ढूंढने के लिए परलकोट जलाशय से पानी खाली करने की मौखिक सहमति दी गई थी. मामले में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था, जिसका जवाब उन्होंने दिया है."
कारण बताओ नोटिस का जवाब: आरएल धीवर ने कारण बताओ नोटिस के जवाब में लिखा है कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने जलाशय से पानी निकालने की अनुमति नहीं दी है. जलाशय से पानी खाली किए जाने की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए डीजल पंप को बंद कराया गया. इसके अलावा उस स्थान से डीजल पंप को हटवाया गया.
सूचना के बाद भी कार्रवाई न होना लापरवाही: खेरकेट्टा जलाशय से लगातार 4 दिनों तक मोटर पंप से पानी निकाले जाने की सूचना के बाद भी एसडीओ ने कोई कार्रवाई नहीं की. ये दर्शाता है कि क्षेत्र में उनके द्वारा जलाशयों का नियमित पर्यवेक्षण नहीं किया जाता है. सूचना के बाद भी कार्रवाई न होना उनकी लापरवाही को दर्शाता है.
जानिए क्या है पूरा मामला: कांकेर में पखांजुर के खेरकेट्टा परलकोट जलाशय के ओवरफ्लो टैंक में फूड इंस्पेक्टर का महंगा फोन गिर गया था. इसके बाद फोन को निकालने के लिए पम्प लगाकर चार दिनों तक पानी खाली कराया गया. मामला मीडिया में आने के बाद फूड इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया. एसडीओ को कारण बताओ नोटिस भेजा गया.