कांकेर: पखांजूर थाना क्षेत्र में एक पत्नी ने पति के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाकर गांव में सामाजिक बैठक बुला ली. आरोप गंभीर होने के बाद भी समाज ने पड़ताल करने की बजाय एक आरोपी की तरह पति और उसके परिचित की जमकर पिटाई की. परिचित पर आरोपी को शरण देने का आरोप लगाया. उसे भरी बैठक में जूतों का हार पहनाकर माफी मंगवाई गई. मामले की जांच में पत्नी का आरोप बेबुनियाद निकला. दोनों समाज के दबाव में चुप थे, लेकिन जब घटना का वीडियो वायरल हुआ तो घटना की शिकायत करते इंसाफ की गुहार लगाई.
साथ नहीं रहना चाहती दूसरी पत्नी तो लगा दिया आरोप: पीड़ित ने पहली पत्नी की मौत के बाद 8 माह पहले दूसरी शादी कर ली. पहली पत्नी से उसे 19 साल की बेटी है, जो मानसिक रूप से कमजोर है. दूसरी पत्नी साथ रहना नहीं चाहती. पति के अनुसार "इसी के चलते उसने उसकी बेटी के साथ ही अवैध संबंध होने की शिकायत समाज में कर दी." पिता का कहना था कि "बेबुनियाद आरोप से सार्वजनिक बैठक में बेटी की बदनामी होगी. उसने पुलिस में शिकायत कर बैठक से पहले निष्पक्ष जांच की मांग की."
समाज प्रमुखों को चुभ गया बैठक में नहीं आना: पत्नी के आवेदन पर समाज ने 22 जनवरी को सार्वजनिक बैठक रख दी. बेवजह बदनामी के चलते पिता बेटी को लेकर बैठक में नहीं गया. यही बात समाज प्रमुखों को नागवार गुजरी और उसकी खोजबीन शुरू दी. इस दौरान वह वह गांव से 4 किमी दूर खेत में बने अपने एक परिचित के घर पहुंचा था. गांव के करीब दो दर्जन लड़के पहुंचे और बैठक में ले चलने के लिए दबाव बनाने लगे. कुछ देर बाद महिलाएं भी आ गईं.
सुरक्षा मांगने पर पुलिस ने पहले विडियो बना कर भेजने कहा: घर के चारों ओर भीड़ बढ़ने पर निर्मल ने पहले पुलिस को फोन लगाया लेकिन फोन नहीं लगा. इसके बाद पीड़ित ने सुरक्षा के लिए किसी एएसआई को फोन लगाया, जिसने सुरक्षा मांगने पर पहले भीड़ का वीडियो बना कर भेजने के लिए कहा. पीड़ित ने कहा कि "बाहर निकलूंगा तो वे लोग मुझे मार देंगे." लेकिन पुलिस टस से मस न हुई. इसी दौरान कुछ युवक घर में घुसे और दोनों को पकड़ गांव में होने वाली बैठक में ले गए.
पुलिस पहुंची लेकिन भीड़ के हवाले करके चली गई: पीड़ित और उसके परिचित के अनुसार "गांव में मिटिंग शुरू हुई तो दल बल के साथ पुलिस फोर्स पहुंची लेकिन दोनों को वहां से निकालकर बाहर लाने की बजाय सामाजिक मामला होने के कारण वहीं छोड़ दिया. इससे समाज के लोगों का हौसला बढ़ गया. भीड़ से उठे एक युवक ने परिचित को जूतों का हार पहना दिया. इसके बाद समाज के दबाव में परिचित को सभी से हाथ जोड़ पैर पकड़ माफी मांगनी पड़ी."
पत्नी ने कहा-उससे गलती हुई माफ करें: परिचित को वापस भेज दिया गया, फिर पति पत्नी का मामला शुरू हुआ लेकिन उसकी सुनवाई से पहले उसकी बैठक में जमकर पिटाई की गई. जांच हुई तो आरोप निराधार मिला. इसके बाद पत्नी ने समाज में माफी मांगी. घटना का वीडियो आने के बाद निर्मल काफी क्षुब्ध था. वह रस्सी लेकर फांसी लगाने घर से निकल गया था. परिजनों ने उसे रास्ते में ही रोककर समझाया और घर लाए. फिर 3 फरवरी को शिकायत पखांजूर थाने में की गई. पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
मारपीट करने व जूता पहनाने वालों को नहीं जानता: समाज प्रमुख समीर हालदार ने कहा कि "दोनों को घर से लाने, बैठक में मारपीट करने और हार पहनाने वालों को वह नहीं जानता. पत्नी के आरोप की जांच की गई जो निराधार पाया गया. इसे लेकर पत्नी ने बैठक में माफी मांगी है. दोनों को साथ में रहने वापस घर भेज दिया गया."
घटना की मुझे जानकारी नहीं: सरपंच जगदेर उसेंडी ने कहा कि "गांव में जो बैठक हुई वह सामाजिक थी, जिसमें हुई मारपीट और अन्य घटना की मुझे कोई जानकारी नहीं है. ग्राम पंचायत ने यह बैठक नहीं बुलाई थी."
वीडियो किसने मांगा, इसकी जांच की जाएगी: पखांजूर थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख ने कहा कि "वीडियो किसने मांगा इसकी जांच की जाएगी. जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शिकायत के बाद मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी."