ETV Bharat / state

लकड़बग्घे के मुंह में फटा बम, देश में पहली बार होगी ऐसी सर्जरी, जानिए

Bomb Explodes In Hyena Mouth कांकेर में एक मादा लकड़बग्घा ब्लास्ट से बुरी तरह घायल हो गई है. बुधवार 3 जनवरी को गंभीर हालत में वह मिली थी. जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल रायपुर जंगल सफारी रेफर किया गया था. डॉक्टर लकड़बग्घे के जबड़े को वापस बिठाने के लिए देश की ऐसी अपनी तरह की पहली सर्जरी करने की तैयारी कर रही है.

bomb explodes in hyena mouth in Kanker
लकड़बग्घे के मुंह में फटा बम
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 7, 2024, 12:18 PM IST

कांकेर: जिले के कोरर वन परिक्षेत्र में करीब 5 दिन पहले 3 जनवरी को एक मादा लकड़बग्घा गंभीर रूप से घायल हालत में मिली थी. लकड़बग्घे की उम्र ढाई साल बताई जा रही है. उसके मुंह में ब्लास्ट होने से वह बुरी तरह घायल हो गई है. ब्लास्ट से उसका निचला जबड़ा पूरी तरह अलग हो गया है. मुंह के अंदर काफी जख्म हो गए हैं. स्थिति गंभीर होने की वजह से प्राथमिक उपचार के बाद उसे तत्काल रायपुर जंगल सफारी रेफर किया गया था, जहां उसका इलाज जारी है.

रायपुर के जंगल सफारी में चल रहा इलाज: गंभीर रूप से घायल मिले लकड़बग्घा का इलाज रायपुर के जंगल सफारी में चल रहा है. लकड़बग्घा के मुंह से बारूद और धातु के कुछ टुकड़े मिले हैं. इससे साफ है कि वह शिकारियों द्वारा सुअर को मारने के लिए लगाए गए प्रेशर बम की चपेट में आने से घायल हुआ है. मुंह में हुए ब्लास्ट से लकड़बग्घे का एक जबड़ा ही अलग हो गया. पूरा मुंह ब्लास्ट से जख्मी हो चुका है. लकड़बग्घे की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

घायल लकड़बग्घा के मुंह में बारूद के अवशेष मिले हैं जो किसी बम की तरह प्रतीत हो रहे हैं। विस्फोट में उसका निचला जबड़ा पूरी तरह अलग हो गया है। उसे जोड़ने स्पेशलिस्ट डाक्टरों की टीम द्वारा ऑपरेशन करने की तैयारी की जा रही है." - डॉ राकेश वर्मा, रायपुर जंगल सफारी

लकड़बग्घे का खाना पीना हुआ मुश्किल: जीभ में चोट होने के कारण मादा लकड़बग्घा तरल पदार्थ भी ग्रहण नहीं कर पा रही है. साथ ही दर्द के कारण वह पूरी रात छटपटाती रही है. उसे फ्लूड चढ़ाकर ग्लूकोज के साथ लिक्विड भोजन दिया जा रहा है. लकड़बग्घे के इलाज में रायपुर जंगल सफारी की पूरी टीम जुटी हुई है.

देश की ऐसी पहली सर्जरी करने की तैयारी: जंगल सफारी के विशेषज्ञ डाक्टर अनुसार, घायल लकड़बग्घा के जबड़े को वापस बैठाने एक बड़ी सर्जरी की जाएगी. यह देश में अपनी तरह की पहली सर्जरी होगी, जिसमें किसी जानवर का जबड़ा वापस बैठाया जाएगा. लकड़बग्घे के इलाज और ऑपरेशन के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर आपस में रायशुमारी कर रहे हैं. तीन डॉक्टरों की टीम जबड़े की सर्जरी करेगी. जबड़े को वापस बैठाने और तार से दांतों और जबड़े को कसने में तीन से चार घंटे लगेंगे.

सुअर का शिकार करने लगाते हैं प्रेशर बम: लकड़बग्घा जिस बम से घायल हुआ है, वह स्थानीय लोगों द्वारा जंगली सुअर के शिकार में इस्तेमाल किया जाता है. खाने के पदार्थ में मिलाकर प्रेशर बम को रखा जाता है. खाने के साथ ही प्रेशर बम भी उसके मुंह में जाता है और चबाने के दौरान फट जाता है, जिससे सुअर घायल हो जाता है. ऐसे ही बम की चपेट में लकड़बग्घा आकर गंभीर रूप से घायल हो गया है.

दंतेवाड़ा में कुत्तों को छकाते हुए हिरण का बच्चा किसान के घर पहुंचा
प्रशासनिक अनदेखी का शिकार हो रहा रामझरना, सुविधाएं नहीं होने से रूठे सैलानी
महासमुंद में मिड डे मील योजना खस्ताहाल, पांच माह से नहीं मिला वेतन, काम छोड़ हड़ताल पर रसोइया संघ

कांकेर: जिले के कोरर वन परिक्षेत्र में करीब 5 दिन पहले 3 जनवरी को एक मादा लकड़बग्घा गंभीर रूप से घायल हालत में मिली थी. लकड़बग्घे की उम्र ढाई साल बताई जा रही है. उसके मुंह में ब्लास्ट होने से वह बुरी तरह घायल हो गई है. ब्लास्ट से उसका निचला जबड़ा पूरी तरह अलग हो गया है. मुंह के अंदर काफी जख्म हो गए हैं. स्थिति गंभीर होने की वजह से प्राथमिक उपचार के बाद उसे तत्काल रायपुर जंगल सफारी रेफर किया गया था, जहां उसका इलाज जारी है.

रायपुर के जंगल सफारी में चल रहा इलाज: गंभीर रूप से घायल मिले लकड़बग्घा का इलाज रायपुर के जंगल सफारी में चल रहा है. लकड़बग्घा के मुंह से बारूद और धातु के कुछ टुकड़े मिले हैं. इससे साफ है कि वह शिकारियों द्वारा सुअर को मारने के लिए लगाए गए प्रेशर बम की चपेट में आने से घायल हुआ है. मुंह में हुए ब्लास्ट से लकड़बग्घे का एक जबड़ा ही अलग हो गया. पूरा मुंह ब्लास्ट से जख्मी हो चुका है. लकड़बग्घे की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

घायल लकड़बग्घा के मुंह में बारूद के अवशेष मिले हैं जो किसी बम की तरह प्रतीत हो रहे हैं। विस्फोट में उसका निचला जबड़ा पूरी तरह अलग हो गया है। उसे जोड़ने स्पेशलिस्ट डाक्टरों की टीम द्वारा ऑपरेशन करने की तैयारी की जा रही है." - डॉ राकेश वर्मा, रायपुर जंगल सफारी

लकड़बग्घे का खाना पीना हुआ मुश्किल: जीभ में चोट होने के कारण मादा लकड़बग्घा तरल पदार्थ भी ग्रहण नहीं कर पा रही है. साथ ही दर्द के कारण वह पूरी रात छटपटाती रही है. उसे फ्लूड चढ़ाकर ग्लूकोज के साथ लिक्विड भोजन दिया जा रहा है. लकड़बग्घे के इलाज में रायपुर जंगल सफारी की पूरी टीम जुटी हुई है.

देश की ऐसी पहली सर्जरी करने की तैयारी: जंगल सफारी के विशेषज्ञ डाक्टर अनुसार, घायल लकड़बग्घा के जबड़े को वापस बैठाने एक बड़ी सर्जरी की जाएगी. यह देश में अपनी तरह की पहली सर्जरी होगी, जिसमें किसी जानवर का जबड़ा वापस बैठाया जाएगा. लकड़बग्घे के इलाज और ऑपरेशन के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर आपस में रायशुमारी कर रहे हैं. तीन डॉक्टरों की टीम जबड़े की सर्जरी करेगी. जबड़े को वापस बैठाने और तार से दांतों और जबड़े को कसने में तीन से चार घंटे लगेंगे.

सुअर का शिकार करने लगाते हैं प्रेशर बम: लकड़बग्घा जिस बम से घायल हुआ है, वह स्थानीय लोगों द्वारा जंगली सुअर के शिकार में इस्तेमाल किया जाता है. खाने के पदार्थ में मिलाकर प्रेशर बम को रखा जाता है. खाने के साथ ही प्रेशर बम भी उसके मुंह में जाता है और चबाने के दौरान फट जाता है, जिससे सुअर घायल हो जाता है. ऐसे ही बम की चपेट में लकड़बग्घा आकर गंभीर रूप से घायल हो गया है.

दंतेवाड़ा में कुत्तों को छकाते हुए हिरण का बच्चा किसान के घर पहुंचा
प्रशासनिक अनदेखी का शिकार हो रहा रामझरना, सुविधाएं नहीं होने से रूठे सैलानी
महासमुंद में मिड डे मील योजना खस्ताहाल, पांच माह से नहीं मिला वेतन, काम छोड़ हड़ताल पर रसोइया संघ
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.