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Government Ration Shop Sellers protest: राशन विक्रेता 3 दिवसीय हड़ताल पर, कांकेर के 500 दुकानों में राशन वितरण ठप

कांकेर के शासकीय राशन दुकान विक्रेता संघ मंगलवार से तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं. जिसके चलते जिले के लगभग 500 राशन दुकानों में तालाबंदी हो गई है और राशन वितरण ठप पड़ गया है.

Government Ration Shop Sellers protest
कांकेर में सरकारी राशन दुकानदारों ने किया विरोध प्रदर्शन
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Published : Feb 7, 2023, 5:58 PM IST

Updated : Feb 7, 2023, 6:15 PM IST

कांकेर में सरकारी राशन दुकानदारों ने किया विरोध प्रदर्शन

कांकेर: संघ के कर्मचारी लंबे समय से राशन वितरण की विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं. जिसमें खाद्यान कटौती, सर्वर की समस्या, मानदेय व्यवस्था, कमीशन राशि सहित खाद्यान शॉर्टेज की मांगें प्रमुख हैं. इन मांगों के पूरे नहीं होने की वजह से राशन विक्रेता देशव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं.

सरकार को राशन विक्रेताओं पर भरोसा नहीं: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने बताया कि "कांटा कनेक्टिविटी ईपीओएस मशीन में किया गया है. तब से राशन बांटने में इतनी परेशानी हो रही है कि हमारे विक्रेता और हितग्राही के बाच हाथापाई की नौबत भी आजाती है. इसलिए हम शासन से कई बार मांग कर चुके हैं कि आप अनाज ऑनलाईन बंटवा रहे हैं, तो इस कांटे को और कनेक्टिविटी का क्या मतलब है. देश के 81 करोड़ जनता को हम रशन बांटते हैं. सरकार हमारे ऊपर भरोसा नहीं करती. सरकार खुद भरोसे के लायक नहीं है. अगर सरकार कहती है कि हमने राशन नहीं बांटा है और रशन में कटौती की है. तो सरकार खुद जांच करे और बताए की हमने किस हितग्राही को राशन नहीं दिया है."

EPOS मशीन की कनेक्टिविटी सही नहीं है: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "खाद्य निरिक्षत हर महीने सत्यापन करती है. फिर घोषणापत्र जारी करता है. जब राशन का भंडारण होता है. तो हमारे पास रशन बचने का सवाल ही नहीं है. लेकिन सरकार कहती है कि आपके पास स्टॉक बचा हुआ है. राशन बचने के कारण ई कनेक्टिविटी है. जो ईपीओएस मशीन है उसकी कनेक्टिविटी सही नहीं है. हमेशा मशीन में सर्वर की दिक्कत रहती है. जिसके सुधार के नाम पर हमें परेशान किया जाता है."

हितग्राहियों और विक्रेताओं के बीच विवाद की स्थिति बन रही: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "सर्वर बंद होने पर हितग्राहियों और विक्रेताओं के बीच विवाद की स्थिति बन रही है. प्रदेश में लगातार समस्या आ रही है. क्योंकि एक राशन कार्ड में चार बार एंट्री कॉल करने पर 15 से 20 मिनट का समय लग रहा है. जब से काटा कनेक्टिविटी हुई है. तब से सर्वर की समस्या लगातार बनी हुई है. जिसके कारण वितरण व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गया है. इसलिए कांटा कनेक्टिविटी को पूरी तरीके से बंद किया जाए और एक ही फिंगर से खाद्यान्न सामग्री की ई पोस मशीन में पुष्टि की व्यवस्था की जाए ताकि वितरण व्यवस्था सुचारु रुप से क्रियान्वयन हो सके."

केंद्रीय खाघ मंत्री से भी मिल चुके हैं: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "हम पूरे बस्तर संभाग में ऑफलाइन तरीके से राशन वितरण करने की मांग केंद्रीय खाघ मंत्री पीयूष गोयल से भी कर आए हैं. उन्हें भी अपनी समस्या बता चुके हैं कि जहां नेटवर्क नहीं रहती है वहां ईपीओएस मशीन से राशन वितण में दिक्कत आती है. लेकिन अभी तक इसका कोई जवाब हमें नहीं मिला है. हम तीन दिवसीय धरने पर पूरे भारत के विक्रता बैठे हुए हैं. तीन दिन तक पूरा काम ठप रहेगा."

यह भी पढ़ें: CM Bhupesh visits in kanker : वनवासी जंगल के मालिक हैं, सीएम भूपेश का बयान


सर्वर डाउन की रहती है समस्या, अफसर नहीं देते ध्यान: उचित मूल्य दुकान संचालक और विक्रेताओं ने बताया कि "समस्याओं को लेकर पिछले लंबे समय से अफसरों को बताया गया और उसे दूर करने की मांग की गई. दुकानों में सबसे बड़ी समस्या सर्वर डाउन की है. सर्वर डाउन होने के कारण हितग्राहियों को राशन नहीं मिल पाता. राशन नहीं मिलने से हितग्राही विक्रेताओं पर गुस्सा उतारते है. कई बार हाथापाई तक की नौबत भी बन जाती है. वहीं अफसरों को समस्या बताने से नजरअंदाज कर दिया जाता है."

कांकेर में सरकारी राशन दुकानदारों ने किया विरोध प्रदर्शन

कांकेर: संघ के कर्मचारी लंबे समय से राशन वितरण की विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं. जिसमें खाद्यान कटौती, सर्वर की समस्या, मानदेय व्यवस्था, कमीशन राशि सहित खाद्यान शॉर्टेज की मांगें प्रमुख हैं. इन मांगों के पूरे नहीं होने की वजह से राशन विक्रेता देशव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं.

सरकार को राशन विक्रेताओं पर भरोसा नहीं: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने बताया कि "कांटा कनेक्टिविटी ईपीओएस मशीन में किया गया है. तब से राशन बांटने में इतनी परेशानी हो रही है कि हमारे विक्रेता और हितग्राही के बाच हाथापाई की नौबत भी आजाती है. इसलिए हम शासन से कई बार मांग कर चुके हैं कि आप अनाज ऑनलाईन बंटवा रहे हैं, तो इस कांटे को और कनेक्टिविटी का क्या मतलब है. देश के 81 करोड़ जनता को हम रशन बांटते हैं. सरकार हमारे ऊपर भरोसा नहीं करती. सरकार खुद भरोसे के लायक नहीं है. अगर सरकार कहती है कि हमने राशन नहीं बांटा है और रशन में कटौती की है. तो सरकार खुद जांच करे और बताए की हमने किस हितग्राही को राशन नहीं दिया है."

EPOS मशीन की कनेक्टिविटी सही नहीं है: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "खाद्य निरिक्षत हर महीने सत्यापन करती है. फिर घोषणापत्र जारी करता है. जब राशन का भंडारण होता है. तो हमारे पास रशन बचने का सवाल ही नहीं है. लेकिन सरकार कहती है कि आपके पास स्टॉक बचा हुआ है. राशन बचने के कारण ई कनेक्टिविटी है. जो ईपीओएस मशीन है उसकी कनेक्टिविटी सही नहीं है. हमेशा मशीन में सर्वर की दिक्कत रहती है. जिसके सुधार के नाम पर हमें परेशान किया जाता है."

हितग्राहियों और विक्रेताओं के बीच विवाद की स्थिति बन रही: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "सर्वर बंद होने पर हितग्राहियों और विक्रेताओं के बीच विवाद की स्थिति बन रही है. प्रदेश में लगातार समस्या आ रही है. क्योंकि एक राशन कार्ड में चार बार एंट्री कॉल करने पर 15 से 20 मिनट का समय लग रहा है. जब से काटा कनेक्टिविटी हुई है. तब से सर्वर की समस्या लगातार बनी हुई है. जिसके कारण वितरण व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गया है. इसलिए कांटा कनेक्टिविटी को पूरी तरीके से बंद किया जाए और एक ही फिंगर से खाद्यान्न सामग्री की ई पोस मशीन में पुष्टि की व्यवस्था की जाए ताकि वितरण व्यवस्था सुचारु रुप से क्रियान्वयन हो सके."

केंद्रीय खाघ मंत्री से भी मिल चुके हैं: राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने आगे बताया कि "हम पूरे बस्तर संभाग में ऑफलाइन तरीके से राशन वितरण करने की मांग केंद्रीय खाघ मंत्री पीयूष गोयल से भी कर आए हैं. उन्हें भी अपनी समस्या बता चुके हैं कि जहां नेटवर्क नहीं रहती है वहां ईपीओएस मशीन से राशन वितण में दिक्कत आती है. लेकिन अभी तक इसका कोई जवाब हमें नहीं मिला है. हम तीन दिवसीय धरने पर पूरे भारत के विक्रता बैठे हुए हैं. तीन दिन तक पूरा काम ठप रहेगा."

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सर्वर डाउन की रहती है समस्या, अफसर नहीं देते ध्यान: उचित मूल्य दुकान संचालक और विक्रेताओं ने बताया कि "समस्याओं को लेकर पिछले लंबे समय से अफसरों को बताया गया और उसे दूर करने की मांग की गई. दुकानों में सबसे बड़ी समस्या सर्वर डाउन की है. सर्वर डाउन होने के कारण हितग्राहियों को राशन नहीं मिल पाता. राशन नहीं मिलने से हितग्राही विक्रेताओं पर गुस्सा उतारते है. कई बार हाथापाई तक की नौबत भी बन जाती है. वहीं अफसरों को समस्या बताने से नजरअंदाज कर दिया जाता है."

Last Updated : Feb 7, 2023, 6:15 PM IST
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