कांकेर: भारत नेट योजना के तहत केबल लाइन बिछाने का काम चल रहा है. इस काम के नाम पर भी अब ठगी की जा रही है. कांकेर में भारत नेट योजना के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी के मामले में कांकेर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
कांकेर में ठगी: कांकेर टीआई शरद दुबे ने बताया कि " कांकेर के अलबेलपारा वार्ड निवासी प्रहलाद नायक ने थाने में मामला दर्ज कराया था कि वह फॉरेस्ट विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी है. उसे नवम्बर 2020 में पता चला कि रायपुर में एक सीडीपीएल सर्विस प्राईवेट लिमिटेड नाम की कंपनी है, जिसका कार्यालय लालपुर में है. ये कंपनी भारत नेट के अंतर्गत केबल लाइन खुदाई का काम ठेकेदारों के माध्यम से करा रही है."
" केबल लाइन खुदाई के नाम पर ठेका लेने के लिए प्रहलाद अपने दामाद के साथ रायपुर कार्यालय पहुंचे. जहां प्रहलाद की मुलाकात सीडीपीएल कंपनी के डायरेक्टर देवनारायण सिन्हा (35)से हुई. बातचीत के बाद कंपनी के डायरेक्टर ने बताया कि भारत नेट के अंतर्गत केबल लाइन खुदाई और बिछाई का काम नारायणपुर में चल रहा है. ये काम आपको दिया जाएगा. वर्क आर्डर पाने के लिए सबसे पहले आपको एक कंपनी खोलना होगा. 15 लाख रूपए सेक्योरिटी डिपॉजीट सीडीपीएल कंपनी में जमा करना होगा.डायरेक्टर ने कहा कि एक माह के भीतर केबल बिछाने का वर्क ऑर्डर मिल जाएगा, जिसका आदेश निकलवाकर कम्पनी से केबल भेज दूंगा. फिर आप काम शुरू कर देना."
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पैसा जमा करने के दो माह बाद भी नहीं मिला वर्क ऑर्डर: हालांकि पैसा जमा करने के 2 माह बाद भी वर्क ऑर्डर नहीं मिला. जिसके बाद प्रहलाद नायक कंपनी के डायरेक्टर से जाकर मिले. इस संबध में बार-बार पूछताछ करते रहे. डायरेक्टर हर बार टालमटोल करता रहा. जिसके बाद प्रहलाद नायक ने परेशान होकर कहा कि केबल बिछाने का काम नहीं करना है. मेरा पैसा वापस कर दो. डायरेक्टर ने कहा कि वर्क ऑर्डर कैंसल करने के लिए आवेदन करो, जिसके बाद 4 से 5 दिन में पैसा आ जाएगा.
आवेदन कैंसल करने के बाद भी नहीं मिला पैसा: प्रहलाद नायक ने आवेदन कैंसल कर दिया. इसके बाद भी पैसा नहीं मिला. इधर डायरेक्टर का फोन भी स्विच ऑफ हो गया. जिसके बाद प्रहलाद नायक ने थाने में मामला दर्ज कराया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी देवनारायण सिन्हा के खिलाफ पहले भी टिकरापारा रायपुर में ठगी का मामला दर्ज था.