ETV Bharat / state

PDS दुकानों में धांधली, निःशुल्क दी जाने वाली राशन की वसूली जा रही कीमत

कांकेर के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बदरंगी के उचित मूल्य की दुकान में राशन वितरण में धांधली किए जाने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि उनसे चावल और अन्य वस्तुओं के ज्यादा दाम लिए जा रहे हैं.

fraud case of ration shop in kanker
उचित मूल्य दुकान में धांधली
author img

By

Published : Apr 16, 2020, 11:23 AM IST

Updated : Apr 16, 2020, 1:44 PM IST

कांकेरः जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बदरंगी के उचित मूल्य की दुकान में धांधली किए जाने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि शासन की ओर से गरीबी रेखा कार्डधारकों को फ्री में बांटने के लिए आए चावल और अन्य वस्तुओं को ऊंचे दाम में बेचा जा रहा है.

इन दिनों कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन है, जिसके कारण बाजार में राशन दुकानें बंद हैं. ऐसे में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य शासन ने दो महीने का चावल एक साथ फ्री में देने का निर्देश दिया है. जिसके तहत राज्य के सभी उचित मूल्य की दुकानों में राशन पहुंचा दिया गया है, लेकिन कांकेर के अंदरूनी इलाकों में आदिवासी परिवारों को आज भी राशन लेने के लिए पैसा देना पड़ रहा है.

उचित मूल्य दुकान में हो रही है धांधली

ग्रामीणों ने बताया कि राशन के बदले उनसे अवैध तरीके से 200 से 300 रुपए लिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि चावल का पैसा नहीं लेकर शक्कर, गुड़, चना के नाम पर मूल्य से ज्यादा राशि ली जा रही है. इसके अलावा राशन कार्ड में 98 किलोग्राम दर्ज कर हितग्राही को सिर्फ 70 किलोग्राम चावल दिए जाने का मामला भी देखने को मिल रहा है.

उचित मूल्य दुकान में धांधली

कांकेरः जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बदरंगी के उचित मूल्य की दुकान में धांधली किए जाने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि शासन की ओर से गरीबी रेखा कार्डधारकों को फ्री में बांटने के लिए आए चावल और अन्य वस्तुओं को ऊंचे दाम में बेचा जा रहा है.

इन दिनों कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन है, जिसके कारण बाजार में राशन दुकानें बंद हैं. ऐसे में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य शासन ने दो महीने का चावल एक साथ फ्री में देने का निर्देश दिया है. जिसके तहत राज्य के सभी उचित मूल्य की दुकानों में राशन पहुंचा दिया गया है, लेकिन कांकेर के अंदरूनी इलाकों में आदिवासी परिवारों को आज भी राशन लेने के लिए पैसा देना पड़ रहा है.

उचित मूल्य दुकान में हो रही है धांधली

ग्रामीणों ने बताया कि राशन के बदले उनसे अवैध तरीके से 200 से 300 रुपए लिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि चावल का पैसा नहीं लेकर शक्कर, गुड़, चना के नाम पर मूल्य से ज्यादा राशि ली जा रही है. इसके अलावा राशन कार्ड में 98 किलोग्राम दर्ज कर हितग्राही को सिर्फ 70 किलोग्राम चावल दिए जाने का मामला भी देखने को मिल रहा है.

Last Updated : Apr 16, 2020, 1:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.