कांकेर: जिले के बांदे इलाके के वनकर्मियों पर दो भाइयों को लकड़ी तस्कर समझकर बेरहमी से पिटने का आरोप है. बताया जा रहा है कि दोनों भाई खेत की जुताई कर जंगल के रास्ते घर लौट रहे थे, तभी वनकर्मी उनपर टूट पड़े. मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिसपर युवा कांग्रेस ने नाराजगी जताई है
खेत जोतकर लौट रहे थे दोनों भाई
दोनों भाई रात लगभग 8 बजे महाराष्ट्र से खेत जुताई कर घर लौट रहे थे. इस बीच 10 से 15 वनकर्मियों ने उन्हें रोक लिया और लकड़ी तस्कर कहकर उनके साथ जमकर मारपीट की. दोनों भाइयों ने उन्हें खेत जुताई कर वापस लौटने की बात कही, लेकिन वनकर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी. वनकर्मी ने लगातार लात-घूसों से मारपीट की. इस दौरान एक युवक बेहोश भी हो गया. इसके बाद बेहोशी की हालात में युवक को बांदे लेकर आये और उसे उसके गांव छोड़ दिया.
गाड़ी जब्त की पर नहीं बनाया पंचनामा
वनकर्मियों ने दोनों भाईयों से एक कोरे पन्ने पर हस्ताक्षर लेकर किसी को कुछ भी बताने से मना कर दिया. अब सवाल यह उठता है कि अगर विभाग ने तस्करों को पकड़ा था तो उनपर कोई कार्रवाई करते इस तरह मारपीट करना कहां का कानून है. इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने पर युवा कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. वनकर्मियों पर वाहन जब्त कर उसका पंचनामा नहीं बनाने का भी आरोप है.