कांकेर: साल के अंतिम पड़ाव में कड़कड़ाती ठंड के बीच बस्तर से एक और पदयात्रा राजधानी रायपुर की ओर कूच (School sanitation workers foot march chhattisgarh) कर रही है. ठंड के बीच स्कूल सफाई कर्मी हजारों महिला-पुरुष पैदल ही रायपुर के लिए निकले हैं. इस दौरान स्कूल सफाई कर्मियों का ये जत्था कांकेर में रात्रि विश्राम के लिए रुका. जहां ETV भारत ने रात के वक्त स्कूल सफाई कर्मचारियों से बात की. सभी खुले में ठंड में मिले. कुछ लोगों के पास ओढ़ने के लिए गर्म कपड़े भी नहीं है.
रायपुर तक पदयात्रा निकाल रहे स्कूल सफाईकर्मी (foot march of School sanitation workers kanker )
19 दिसंबर को वेतन बढ़ाने और नियमितीकरण की मांग को लेकर स्कूल सफाई कर्मचारी बस्तर से हजारों की संख्या में पैदल (School sanitation workers protest)निकले. रायपुर जाने के बाद इनका सीएम आवास घेरने की योजना है. कांकेर पहुंचे स्कूल सफाईकर्मियों ने बताया कि 'उनका वेतन सिर्फ 2300 रुपये है. इससे ज्यादा किसी मंत्रियों के यहां पल रहे कुत्तों पर खर्च किया जाता है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार ने हाथ में गंगाजल लेकर सरकार बनने के बाद 10 दिनों में ही मांगे पूरी करने का दावा किया था. लेकिन आज 3 साल होने को है लेकिन हम वहीं के वहीं है'.
कड़ाके की ठंड में स्कूल सफाई कर्मचारी बस्तर से रायपुर के लिए निकले पैदल, जानिए क्यों
रायपुर में सीएम आवास का करेंगे घेराव
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार को चुनाव पूर्व किया गया वादा याद दिलाने के लिए स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सुकमा जिले के झीरम घाटी से पदयात्रा शुरू की गई.संघ के जिला अध्यक्ष धनीराम टांडिया ने बताया कि कई बार प्रदर्शन और ज्ञापन देकर सरकार को अपनी परेशानी बताने की कोशिश की गई. लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. जिसके बाद रायपुर तक पदयात्रा का फैसला लिया गया. बस्तर संभाग के कर्मचारियों के साथ प्रदेश भर के 40 हजार से ज्यादा स्कूल सफाई कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं.