कांकेर : बीते तीन दिनों से जारी बारिश ने जिले में जलजला सा ला दिया है. भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. कोयलीबेड़ा और अंतागढ़ ब्लॉक में मूसलाधार बारिश से मेढकी, कोटरी और खंडी नदी अपना रौद्र रूप दिखा रही हैं, जिससे 50 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गए हैं.
नदी-नालों का जल स्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में लोग जान दाव पर लगाकर उन्हें पार कर रहे हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन नदियों के किनारे ऐसा कोई जिम्मेदार मौजूद नहीं है जो इन लोगों को रोक सके.
भारी बारिश ने पखांजुर और अंतागढ़ इलाके में जमकर कहर बरपाया. लोगों के कच्चे घरों को ढहा दिया है तो वहीं कई सालों से शान से खड़े पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया है. कमोबेश ऐसे ही हालत बस्तर में जगह-जगह देखने को मिल रहे हैं अब देखना होगा कि ये आफत की बारिश यूं ही होती रहेगी या फिर रुक कर राहत देगी.