कांकेर: कोयलीबेड़ा में धर्मांतरण कर चुके एक परिवार की लड़की की शादी गांव में होने से रोकने का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार, सोमवार को कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचा. परिवार ने कुछ लोगों पर गांव में शादी करने पर दूल्हे तक को गायब करने का आरोप लगाया है. डरा सहमा परिवार सुरक्षा को लेकर चिंता में है और कलेक्टर से गुहार लगाई है.
12 अप्रैल को है बेटी की शादी: पीड़ित परिवार की महिला ने बताया कि "वह थाना कोयलीबेड़ा क्षेत्र की निवासी है. अपने व्यक्तिगत कारणों से मसीही धर्म में सपरिवार प्रार्थना करने जाती हूं. यह मेरी व्यक्तिगत आस्था है. 12 अप्रैल को मेरी बेटी की शादी है, जिसकी जानकारी गांव के ग्रामीणों को भी है. लेकिन गांव के कुछ लोगों की ओर से बैठक कर शादी समारोह गांव में नहीं करने की बात कही जा रही है. परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा है. ऐसे में कलेक्टर को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आवेदन दी हूं ताकि शादी में कोई दिक्कत न आए और मेरी बेटी की शादी हो सके."
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दूल्हे को गायब करने की दी जा रही धमकी: पीड़ित परिवार की बेटी ने बताया कि "गांव के कुछ लोग धमकी देते हैं कि ईसाई धर्म मानते हो, गांव में शादी किए तो घर जला देंगे. दूल्हा बरात से गायब हो जाएगा." पीड़ित परिवार ने शादी रोकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. गौरतलब है कि धर्मांतरण के चलते लगातार उत्तर बस्तर कांकेर में तनाव के माहौल बनते रहते हैं. बहरहाल प्रशासन ने पीड़िता का आवेदन लेकर सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है.