कांकेर: कांकेर में एक पिता ने अपनी बेटी की याद में उसके स्कूल में भारत माता की मूर्ति की स्थापना कर दी. ये वाकया है जिले के करप गांव का. यहां एक बच्ची की याद में भारत माता की मूर्ति की स्थापना चर्चा का विषय बना हुआ है. साल 2021 में उस शख्स की बेटी सड़क हादसे का शिकार हो गई थी. उस हादसे में उसकी मौत हो गई थी. बेटी अक्सर स्कूल में भारत माता का रोल प्ले किया करती थी. बेटी की याद में पिता ने स्कूल में भारत माता की मूर्ति की स्थापना की है.
सड़क दुर्घटना में गई बेटी की जान: दरअसल, कांकेर जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर करप गांव के करप हाई स्कूल में कौशल पटेल ने अपनी बेटी भामिनी पटेल की याद में भारत माता की मूर्ति की स्थापना की है. ईटीवी भारत ने कौशल से बातचीत की. बातचीत के दौरान कौशल ने बताया कि, "मेरी बेटी भामिनी पटेल ने करप हाईस्कूल में 12वीं तक की पढ़ाई की. इसके बाद वो कॉलेज की पढ़ाई के लिए रायपुर गई थी. 23 दिसम्बर साल 2021 को शीतकालीन छुट्टी के दौरान रायपुर से भामिनी घर के लिए निकली थी. तभी रायपुर के पचमेड़ी नाका के पास सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई."
पिता ने बेटी के स्कूल में स्थापित की भारत माता की मूर्ति: कौशल पटेल ने कहा कि, "बेटी की मौत के 4 माह बाद उसकी अलमारी से एक डायरी मिली. उस डायरी में भामिनी ने काफी कुछ लिखा था. एक पेज पर बेटी ने लिखा था कि, "पापा मैं स्वंत्रता दिवस को अपने स्कूल में हंसी खुशी से मानना चाहती हूं. मैं जंहा भी रहूं 15 अगस्त और 26 जनवरी को जरूर करप में बुलाना. स्कूल मेरा दूसरा गुरु है. वहां आकर मैं स्वंत्रता दिवस अच्छे से मनाना चाहती हूं." बेटी की लिखी डायरी के आधार पर मैं स्कूल गया. सोचा बेटी की स्मृति में स्कूल में कुछ किया जाए. स्कूल के शिक्षकों ने मुझे बताया कि मेरी बेटी 26 जनवरी और 15 अगस्त को अक्सर भारत माता का रोल प्ले किया करती थी. इसीलिए मैंने पूरे गांव वालों के सहयोग से बेटी की याद में भारत माता की मूर्ति स्कूल में बनवाई है."
कांकेर के इस पिता ने अपनी बेटी की याद में उसके स्कूल में भारत माता की मूर्ति की स्थापना की. उस मूर्ति को देख पिता को ऐसा लगता है कि सच में उनकी बेटी भामिनी 15 अगस्त और 26 जनवरी को वहां भारत माता बनकर वापस आएगी. इसी आस में इस पिता ने बेटी की याद में मूर्ति की स्थापना की है. पूरे क्षेत्र में भारत माता की इस मूर्ति की चर्चा है.