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स्व. सहायता समूह की महिलाओं से रोजगार के नाम पर ठगी, पुलिस ने दर्ज किया एफआईआर - cheating in the name of self employment

कांकेर के कोरर क्षेत्र में स्व. सहायता समूह की महिलाओं (Self. support group women) को स्व-रोजगार के माध्यम से काम दिलाने के लिए नाम पर धोखाधड़ी कर ठगी का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत पुलिस थाने में (case complaint in police station) की गई है. शिकायत पर पुलिस ने अरोपित के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

Self. Cheating on the name of employment from the women of the aid group
स्व. सहायता समूह की महिलाओं से रोजगार के नाम पर ठगी
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Published : Nov 13, 2021, 9:13 PM IST

कांकेरः कोरर क्षेत्र में स्व. सहायता समूह (Self. support group) की महिलाओं को स्व-रोजगार के माध्यम से काम दिलाने के लिए नाम पर धोखाधड़ी कर ठगी का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत पुलिस थाने में की गई है. शिकायत पर पुलिस ने अरोपित के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

जिले के कोरर क्षेत्र के ग्राम कोदागांव निवासी कृति साहू (36) पुलिस थाना कोरर में ग्राम कोदागांव महिला समूह से ठगी कर पैसा ले जाने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है. कृति साहू ने बताया कि वर्ष 2016 से ग्राम कोदागांव में खुशी समूह के नाम पर महिला विकास स्व. सहायता समूह में 10 महिलाओं ने मिलकर समूह बनाया था. महिलाओं द्वारा प्रति सप्ताह 10 रुपये की दर से राशि जमा कर सभी मिलकर समूह का संचालन करते आ रही हैं.

जिससे समूह की महिलाओं में किसी को रकम की जरूरत पड़ने पर समूह द्वारा निर्धारित ब्याज की दर से रकम का लेन-देन करते हैं. समूह से अलग बाहरी किसी भी व्यक्ति को रकम ब्याज या किसी भी माध्यम से नहीं देते हैं. केवल समूह से जुड़ी महिलाओं काे जरूरत पड़ने पर राशि दिया जाता है. 9 अगस्त 2021 को उग्रसेन साव नामक व्यक्ति हमारे गांव में आया था. जिसने सभी महिला समूह की महिलाओं को बुलाकर ग्राम के बाजार चौक के पास बैठक रखी थी. उसने अपना परिचय देते हुये बताया कि वह एक बिजनेसमैन है. गांव-गांव जाकर समूह को आय के साधनों की जानकारी देता है.

आमदनी का दिखाया था ख्वाब

आप लोगों को भी समूह के माध्यम से आय का साधन बताने आया हूं. इस दौरान 7 महिला समूह की महिलाएं वहां मौजूद थीं. उग्रसेन ने बताया कि चावल, दाल, मिर्च, मसाला का पैकेट समूह की महिलाओं को तैयार करना होगा. जिसका पैकेट व सामान अपने स्वयं के द्वारा उपलब्ध कराना की बात कही थी. इस कार्य में 1 किलो के पैकेट में प्रति पैकेट 1 रुपये की आमदनी और 5 किलो के पैकेट में प्रति पैकेट 2 रुपये की आमदनी होना बताया. इस काम की शुरूआत करने के लिए प्रति समूह को लगभग 15000 रुपये पहले जमा करने की बात कही. जिसके बाद सामान लाकर समूह को देने की बात कही.

अपहृत सब इंजीनियर को सकुशल रिहा करने की विधायक ने की अपील

करीब आधे दर्जन समूहों को ठगने का आरोप

साथ ही उग्रसेन साव ने स्वयं को ग्राम बोहारपार पोस्ट सिंघनपुर थाना बसना जिला महासमुंद का निवासी बताया. उग्रसेन द्वारा दी गई जानकारी को महिलाओं ने आय का साधन व आगे बढ़ने में प्रोत्साहन समझकर 7 महिला समूह द्वारा क्रमशः खुशी समूह ने 8000, आशा समूह ने 15000, गायत्री समूह से 15000, सत्यम समूह ने 15000, जय अंबे समूह ने 5000, प्रज्ञा समूह ने 5000, महिला विकास समूह से 8000 रुपये कुल 71000 रुपये समूह एडवांस में उग्रसेन के पास जमा किये थे. जिसकी पावती रसीद उसके द्वारा हमें दी गई थी. सामान को 2-4 दिन में गांव में लाकर देने की बात कही थी.

समय बीतने पर समूह की महिलाओं ने फोन के माध्यम से पूछा. उसने थोड़ा इंतजार करने और सामान एकत्रित करने की बता कही. कुछ दिन बाद उग्रसेन ने आकर 3 से 4 हजार का सामान सभी समूहों को देकर लौट गया. बाकी सामान कुछ दिन में देने की बात कही थी. कुछ समय बीत जाने के बाद हमने फोन लगाकर पूछा. वह 2-4 दिन में आने की बात कह कर टाल रहा है. जिसके बाद वह अपना फोन बंद कर दिया.

कांकेरः कोरर क्षेत्र में स्व. सहायता समूह (Self. support group) की महिलाओं को स्व-रोजगार के माध्यम से काम दिलाने के लिए नाम पर धोखाधड़ी कर ठगी का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत पुलिस थाने में की गई है. शिकायत पर पुलिस ने अरोपित के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

जिले के कोरर क्षेत्र के ग्राम कोदागांव निवासी कृति साहू (36) पुलिस थाना कोरर में ग्राम कोदागांव महिला समूह से ठगी कर पैसा ले जाने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है. कृति साहू ने बताया कि वर्ष 2016 से ग्राम कोदागांव में खुशी समूह के नाम पर महिला विकास स्व. सहायता समूह में 10 महिलाओं ने मिलकर समूह बनाया था. महिलाओं द्वारा प्रति सप्ताह 10 रुपये की दर से राशि जमा कर सभी मिलकर समूह का संचालन करते आ रही हैं.

जिससे समूह की महिलाओं में किसी को रकम की जरूरत पड़ने पर समूह द्वारा निर्धारित ब्याज की दर से रकम का लेन-देन करते हैं. समूह से अलग बाहरी किसी भी व्यक्ति को रकम ब्याज या किसी भी माध्यम से नहीं देते हैं. केवल समूह से जुड़ी महिलाओं काे जरूरत पड़ने पर राशि दिया जाता है. 9 अगस्त 2021 को उग्रसेन साव नामक व्यक्ति हमारे गांव में आया था. जिसने सभी महिला समूह की महिलाओं को बुलाकर ग्राम के बाजार चौक के पास बैठक रखी थी. उसने अपना परिचय देते हुये बताया कि वह एक बिजनेसमैन है. गांव-गांव जाकर समूह को आय के साधनों की जानकारी देता है.

आमदनी का दिखाया था ख्वाब

आप लोगों को भी समूह के माध्यम से आय का साधन बताने आया हूं. इस दौरान 7 महिला समूह की महिलाएं वहां मौजूद थीं. उग्रसेन ने बताया कि चावल, दाल, मिर्च, मसाला का पैकेट समूह की महिलाओं को तैयार करना होगा. जिसका पैकेट व सामान अपने स्वयं के द्वारा उपलब्ध कराना की बात कही थी. इस कार्य में 1 किलो के पैकेट में प्रति पैकेट 1 रुपये की आमदनी और 5 किलो के पैकेट में प्रति पैकेट 2 रुपये की आमदनी होना बताया. इस काम की शुरूआत करने के लिए प्रति समूह को लगभग 15000 रुपये पहले जमा करने की बात कही. जिसके बाद सामान लाकर समूह को देने की बात कही.

अपहृत सब इंजीनियर को सकुशल रिहा करने की विधायक ने की अपील

करीब आधे दर्जन समूहों को ठगने का आरोप

साथ ही उग्रसेन साव ने स्वयं को ग्राम बोहारपार पोस्ट सिंघनपुर थाना बसना जिला महासमुंद का निवासी बताया. उग्रसेन द्वारा दी गई जानकारी को महिलाओं ने आय का साधन व आगे बढ़ने में प्रोत्साहन समझकर 7 महिला समूह द्वारा क्रमशः खुशी समूह ने 8000, आशा समूह ने 15000, गायत्री समूह से 15000, सत्यम समूह ने 15000, जय अंबे समूह ने 5000, प्रज्ञा समूह ने 5000, महिला विकास समूह से 8000 रुपये कुल 71000 रुपये समूह एडवांस में उग्रसेन के पास जमा किये थे. जिसकी पावती रसीद उसके द्वारा हमें दी गई थी. सामान को 2-4 दिन में गांव में लाकर देने की बात कही थी.

समय बीतने पर समूह की महिलाओं ने फोन के माध्यम से पूछा. उसने थोड़ा इंतजार करने और सामान एकत्रित करने की बता कही. कुछ दिन बाद उग्रसेन ने आकर 3 से 4 हजार का सामान सभी समूहों को देकर लौट गया. बाकी सामान कुछ दिन में देने की बात कही थी. कुछ समय बीत जाने के बाद हमने फोन लगाकर पूछा. वह 2-4 दिन में आने की बात कह कर टाल रहा है. जिसके बाद वह अपना फोन बंद कर दिया.

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