कांकेर: जिस व्यक्ति को नाबालिग युवती (Minor Girl) के संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई थी, उसी ने अमानत में खयानत कर विश्वासघात किया. पीड़िता के खाते से लगभग डेढ़ लाख रुपए की रकम आहरित कर ली. 6 महीने पहले होली की पूर्व रात को सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता के खाता से हेराफेरी ( Fraud From Victim Account) की गई. रकम हड़पने वाले आरोपी सहदेव सोनवानी ( Accused Sahdev Sonwani ) को पुलिस ने धारा 420 के तहत गिरफ्तार कर लिया है. सहदेव सोनवानी, गांडा गन्धर्व समाज (Ganda Gandharva Samaj) का ब्लाक अध्यक्ष है और पेशे से शिक्षक है.
यह भी पढ़ें: सरगुजा में टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच पर 10 करोड़ से ज्यादा के सट्टे का खुलासा, 5 गिरफ्तार
पीड़िता के खाते से लाखों का धोखाधड़ी
6 माह पूर्व जब यह घटना घटी थी, उसके बाद गांडा गन्धर्व समाज के लोगों ने सलाह मशविरा कर के सभी की सहमति से सुरक्षा की दृष्टि से पीड़िता को सहदेव सोनवानी के घर में ही रखने का निर्णय लिया था. सहदेव सोनवानी ने भी बढ़ चढ़ कर इस जिम्मेदारी के लिए हामी भरी थी. तब से लेकर वर्तमान तक पीड़िता सहदेव के घर में ही रह रही थी. पीड़िता को शासन की ओर से मिली 4 लाख 12 हजार 500 की राशि में से लगभग डेढ़ लाख रुपए षड्यंत्र पूर्वक निकाल लिए गए.
आरोपी को भेजा जेल
इसकी शिकायत पीड़िता व समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजू टांडिया व अन्य लोगों ने मिलकर भानुप्रतापपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. शिकायत होने पर पुलिस के द्वारा जांच की गई तो सहदेव को इसके लिए जिम्मेदार पाया गया. सहदेव सोनवानी ने ही षड्यंत्र पूर्वक 5 हजार 10 हजार कर के छोटे छोटे टुकड़ों में लगभग डेढ़ लाख रुपए आहरित कर लिया था. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने गुरुवार को सहदेव को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
फोन नंबर की तहकीकात में जुटी पुलिस
वहीं पीड़िता के खाता में 22 अक्टूबर को तीन बार में 97 हजार रुपए किसने डाले, इस बात पर पुलिस अभी कुछ नहीं कह रही है. एसडीओपी प्रशांत पैकरा ने कहा कि हमारे पास जानकारी तो है, लेकिन पुख्ता सबूत उपलब्ध नहीं होने तक कुछ नहीं कह सकते हैं. साइबर सेल की मदद से बैंक डीटेल में आए फोन नंबर की तहकीकात की जा रही है.
पुलिस की घोर लापरवाही
घटना के 6 माह से अधिक समय के बाद पुलिस ने पीड़िता को बाल के समक्ष पेश किया. इससे यह बात साफ होती है, कि पुलिस इस मामले में कोताही बरत रही है. वरना इतने गम्भीर मामले में जहां दो तीन दिन में ही सीडब्लूसी के समक्ष पीड़िता का बयान हो जाना चाहिए था, इसके लिए 6 महीने से अधिक का समय लग गया है. गांडा गन्धर्व समाज के राजू टांडिया ने की इस लेटलतीफी पर सवाल उठाए हैं.