ETV Bharat / state

कांकेर में कैसे बाल-बाल बची 17 लोगों की जान ?

कांकेर जिला (Kanker District) के नक्सल प्रभावित (Naxal affected) बेठिया इलाके के कोटरी नदी (Kotri River) में एक नाव बड़ी सी पत्थर से टकराकर (Hitting a big stone) पलट गई. नाव में कुल 17 लोग सवार थे. हालांकि सभी सवार ग्रामीणों को नदी से बाहर सुरक्षित निकाल लिया गया है.

boat overturned after colliding
कोटरी नदी में पत्थर से टकराकर पलटी नाव
author img

By

Published : Sep 25, 2021, 3:41 PM IST

कांकेरः छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले (Kanker District)के धुर नक्सल प्रभावित (Naxal affected) छोटे बेठिया इलाके के कोटरी नदी (Kotri River) में पत्थर से टकराकर (Hitting stone)नाव पलट गई. बताया जा रहा है कि जहां नाव पलटी (Boat capsized) वहां 8 से 10 फीट गहरा पानी था. हालांकि सभी सवार ग्रामीणों को बचा लिया गया है.

पत्थर से टकराकर पलटी नाव

बताया जा रहा है कि नाव नक्सल प्रभावित इलाके में पत्थर से टकरा कर पलट गई. नाव में 8 शिक्षक, 3 बिजलीकर्मी और 6 ग्रामीण सवार थे. यानी कि कुल 17 लोग नाव पर सवार से. फिलहाल सभी को सुरक्षित नदी से निकाल लिया गया है.

ग्रामीणों के आवागमन के लिए नाव ही सहारा

दरअसल, कोटरी नदी में पुल न होने की वजह से नदी के दूसरे छोर में रहने वाले ग्रामीणों के आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है. कुछ दिन पहले ही इस नदी में पुल के लिये भूमिपूजन किया गया था.

नवजात सहित नदी में गिरी महिला को ग्रामीणों ने बचाया, नवजात की तलाश जारी

कुल 17 लोग थे नाव पर सवार

वहीं, शुक्रवार को नाव में सवार होकर 17 लोग नदी पार कर रहे थे. तभी नाव एक बड़े से पत्थर से टकरा कर पलट गई. नाव में सवार जिन लोगों को तैरना आता था.उन्होंने खुद की जान तो बचाई ही साथ ही अन्य लोगों को भी बाहर निकाल लिया. जिससे नाव में सवार सभी 17 लोंगो की जान बच गई.

प्रशासन ने 7 साल पहले दी थी नाव

बताया जा रहा है कि कोटरी नदी के उस पार कांकेर जिले के 20 गांव स्थित हैं. इन गांव के लोगों का केवल नाव का ही सहारा है. प्रशासन ने यहां 7 साल पहले एक नाव गांववालों को दी थी. यह नाव कुछ ही दिन चली फिर खराब हो गई. अब ग्रामीणों ने ही लकड़ी की दो नाव बनाई है. उसमें दो-दो डोंगी जोड़कर अपना काम चला रहे हैं. दरअसल, कोटरी नदी पर पुल बनाने की मांग सालों पुरानी है. समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कोटरी नदी पर पुल बनाने की स्वीकृति प्रदान की. जिसके बाद 19 सितंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोनपुर-नारायणपुर-मरोड़ा मार्ग के 78 किलोमीटर में कोटरी नदी पर 15 करोड़ की लागत से पुल निर्माण के लिए भूमिपूजन किया है.

कांकेरः छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले (Kanker District)के धुर नक्सल प्रभावित (Naxal affected) छोटे बेठिया इलाके के कोटरी नदी (Kotri River) में पत्थर से टकराकर (Hitting stone)नाव पलट गई. बताया जा रहा है कि जहां नाव पलटी (Boat capsized) वहां 8 से 10 फीट गहरा पानी था. हालांकि सभी सवार ग्रामीणों को बचा लिया गया है.

पत्थर से टकराकर पलटी नाव

बताया जा रहा है कि नाव नक्सल प्रभावित इलाके में पत्थर से टकरा कर पलट गई. नाव में 8 शिक्षक, 3 बिजलीकर्मी और 6 ग्रामीण सवार थे. यानी कि कुल 17 लोग नाव पर सवार से. फिलहाल सभी को सुरक्षित नदी से निकाल लिया गया है.

ग्रामीणों के आवागमन के लिए नाव ही सहारा

दरअसल, कोटरी नदी में पुल न होने की वजह से नदी के दूसरे छोर में रहने वाले ग्रामीणों के आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है. कुछ दिन पहले ही इस नदी में पुल के लिये भूमिपूजन किया गया था.

नवजात सहित नदी में गिरी महिला को ग्रामीणों ने बचाया, नवजात की तलाश जारी

कुल 17 लोग थे नाव पर सवार

वहीं, शुक्रवार को नाव में सवार होकर 17 लोग नदी पार कर रहे थे. तभी नाव एक बड़े से पत्थर से टकरा कर पलट गई. नाव में सवार जिन लोगों को तैरना आता था.उन्होंने खुद की जान तो बचाई ही साथ ही अन्य लोगों को भी बाहर निकाल लिया. जिससे नाव में सवार सभी 17 लोंगो की जान बच गई.

प्रशासन ने 7 साल पहले दी थी नाव

बताया जा रहा है कि कोटरी नदी के उस पार कांकेर जिले के 20 गांव स्थित हैं. इन गांव के लोगों का केवल नाव का ही सहारा है. प्रशासन ने यहां 7 साल पहले एक नाव गांववालों को दी थी. यह नाव कुछ ही दिन चली फिर खराब हो गई. अब ग्रामीणों ने ही लकड़ी की दो नाव बनाई है. उसमें दो-दो डोंगी जोड़कर अपना काम चला रहे हैं. दरअसल, कोटरी नदी पर पुल बनाने की मांग सालों पुरानी है. समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कोटरी नदी पर पुल बनाने की स्वीकृति प्रदान की. जिसके बाद 19 सितंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोनपुर-नारायणपुर-मरोड़ा मार्ग के 78 किलोमीटर में कोटरी नदी पर 15 करोड़ की लागत से पुल निर्माण के लिए भूमिपूजन किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.