कांकेर: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 5 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. टिकट की घोषणा के साथ ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई है. वरिष्ठ बीजेपी नेता और कांकेर से विधायक रह चुकी सुमित्रा मारकोले ने नामांकन फार्म खरीद लिया है. कांकेर से भाजपा ने मोहन मंडावी को टिकट दिया है.
बीजेपी नेता सुमित्रा ने भाजपा आलाकमान पर जमीनी कार्यकर्तओं की अनदेखी करने आरोप लगाया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है. सुमित्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा आलाकमान के द्वारा जमीनी रूप से सालो से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे लोगो को दरकिनार कर ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया है जिसने कभी पार्टी का झंडा तक नही उठाया.
इसलिए हुईं नाराज
उन्होंने कहा कि यहां कई ऐसे नेता हैं, जो सालो से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. अगर उनमें से किसी को भी टिकट दिया जाता तो वो विरोध नहीं करतीं. सुमित्रा ने कहा कि टिकट के एलान के बाद उनके सहयोगियों से उनकी रात में बात हुई है, जिसके चलते उन्होंने आज नामांकन फार्म खरीदा है उन्होंने साफ कहा कि वो अब निर्दलीय मैदान में उतरेंगी.
प्रदेश अध्यक्ष ने फोन पर की मनाने की
कोशिश सुमित्रा मारकोले के नामांकन खरीदने की खबर लगते ही प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने भी उन्हें फोन पर मनाने की कोशिश की लेकिन सुमित्रा ने उन्हें ही फटकार दिया. फोन पर प्रदेश अध्यक्ष से चर्चा के दौरान सुमित्रा ने बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह दी. साथ ही प्रदेश अध्यक्ष को बिना सोचे समझे टिकट न बांटने की नसीहत भी दे डाली.