कांकेर: कांग्रेस ने पितृपक्ष खत्म होने के बाद नवरात्रि के पहले दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस ने 30 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है. जिसमें कांकेर के तीन विधानसभा में से 2 सीटों पर कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायकों का टिकट काटा है. कांग्रेस ने अंतागढ़ से और कांकेर के मौजूदा विधायक का टिकट काटकर नए उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. लेकिन जिस सीट पर कांग्रेस ने कोई टिकट नहीं काटा है. वह सीट है भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट. इस सीट से सावित्री मंडावी को दूसरी बार टिकट मिला है.
सावित्री मंडावी पर कांग्रेस ने जताया भरोसा: भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने फिर से एक बार सावित्री मंडावी पर भरोसा जताया है. इस विधानसभा सीट में मनोज मंडावी के निधन के बाद उप चुनाव हुआ था. जहां मनोज मंडावी को पत्नी सावित्री मंडावी को उप चुनाव में टिकट दिया था. जिसके बाद उन्होंने उप चुनाव में जीत हासिल की थी. अब एक बार फिर सावित्री मंडावी पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा जताया है. पार्टी के इस फैसले का सावित्री मंडावी ने स्वागत किया है.
"बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं": ईटीवी भारत से सावित्री मंडावी ने कहा, पार्टी ने फिर एक बार भरोसा जताया है. इसके लिए मैं कांग्रेस के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व के नेताओं को बहुत बहुत धन्यवाद देती हूं." भानुप्रतापपुर से बीजेपी प्रत्याशी गौतम उइके को लेकर कहा, "वह मेरे लिए कोई चुनौती नहीं हैं. अधिकांश क्षेत्र की जनता उनको पहचानती भी नहीं है. 15 साल में बीजेपी की सरकार ने कुछ काम नहीं किया. लेकिन जब से हमारी सरकार आई है, लगातार क्षेत्र में विकास के कार्य हुए हैं. तो मुझे नहीं लगता बीजेपी के पास कोई मुद्दा है."
"उपचुनाव जीतने के बाद जो सात आठ महीना मेरे लिए रहा, मेरा जो सघन दौरा रहा है. क्षेत्र की जनता की चाहत है कि दोबारा मैं जीतकर आऊं. जनता का आशीर्वाद पुनः मुझे मिलेगा." - सावित्री मंडावी, कांग्रेस प्रत्याशी, छत्तीसगढ़
सावित्री मंडावी ने जीत का किया दावा: भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर जीत का दावा करते हुए सावित्री मंडावी ने कहा, "स्वर्गीय मनोज मंडावी जी थे, तब उन्होंने भी लगातार क्षेत्र में काम किया. शिक्षा का हो स्वास्थ्य का हो लगातार हमारी सरकार काम कर रही है. क्षेत्र के लोग बहुत खुश है. आने वाले समय में जनता का आशीर्वाद मिलेगा और भारी मतों से हम जीत हासिल करेंगे." भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने नए युवा चेहरे गौतम उइके को अपना प्रत्याशी बनाया है. यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है.
साल 2018 के चुनाव में क्या स्थिति रही: साल 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मनोज मंडावी को 72 हजार 520 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी प्रत्याशी देवलाल दुग्गा को 45 हजार 827 वोट मिले. कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज मंडावी ने 26 हजार 693 वोटों से पछाड़ते हुए अपनी जीत हासिल की थी. साल 2022 में भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मंडावी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इस वजह से यहां साल 2022 में उपचुनाव हुआ.
भानुप्रतापपुर उपचुनाव की क्या तस्वीर रही ?: भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस से मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने दावेदारी की. सावित्री मंडावी को कुल 65 हजार 479 वोट मिले. वहीं भाजपा से ब्रम्हानंद नेताम को 44 हजार 303 वोट प्राप्त मिले. उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने कुल 21 हजार 171 मतों से भाजपा के ब्रम्हानंद नेताम को हराया था. भानुप्रतापपुर में कुल 44.88 फीसद वोट पड़े. कांग्रेस को 44.88 फीसद वोट मिले, जबकि भाजपा को 30.37 फीसद वोट मिले.