कांकेर: सहायक आयुक्त ने जिले के सभी आश्रम छात्रावासों में केवल एक दैनिक वेतन कर्मचारी को रखकर सभी को निकालने का आदेश जारी किया है. इस फैसले से कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है.
400 से 500 कर्मचारी होंगे बेरोजगार
छत्तीसगढ़ लघु वेतन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विदेश्वर राम रसिया ने इसे तानाशाही वाला कदम बताया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोविड 19 से बचाव और सुरक्षा की दृष्टि से सभी छात्रावास और आश्रम बंद हैं. दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के वेतन भुगतान के लिए आवंटन उपलब्ध नहीं होने की वजह से उनको वेतन देना मुश्किल हो गया है. इस आदेश से जिले में लगभग 400 से 500 कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे.
सूरजपुर: कोरोना काल में नौकरी गवां चुके लोगों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कर्मचारियों ने की नारेबाजी
कर्मचारियों ने कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए सहायक आयुक्त से चर्चा की. सहायक आयुक्त से चर्चा के दौरान फेडरेशन के जिला उपाध्यक्ष राजेश पांडे, पशुधन विभाग के जिला अध्यक्ष जय सिंह सोनकर समेत अन्य लोग उपस्थित थे. दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के अनुसार जिले के 50 सीटर छात्रावास में तीन कर्मचारियों को रखा गया है. वहीं 100 सीटर छात्रावास में चार से पांच कर्मचारियों को रखा गया है. अब आयुक्त के आदेश के अनुसार, मात्र चौकीदार को रखा जाएगा बाकी को निकाल दिया जाएगा.