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बरसते पानी में छाता लेकर किसने किया राज्य सरकार का विरोध ?

कांकेर में बरसते पानी के बीच आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने राज्य सरकार के खिलाफ रैली(Anganwadi workers protest in rain water in Kanker) निकाली.

Anganwadi workers protest in rain water in Kanker
कांकेर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बरसते पानी में विरोध
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Published : Jul 6, 2022, 5:37 PM IST

कांकेर : महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय में बरसते पानी मे छाता लेकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका ने मेला भाठा ग्राउंड से कांकेर कलेक्टर ऑफिस तक रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन (Anganwadi workers protest in rain water in Kanker ) सौपा.

कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ता है खामियाजा : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका का कहना है कि '' महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत प्रदेश के 46660 आंगनबाड़ी और 5814 आंगनबाड़ी केन्द्र में 1,04,948 आंगनबाड़ी मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता एवं सहायिका कार्यरत हैं. इन्हें केन्द्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा अपने विभाग के कार्य के अलावा अन्य विभागों के सौंपे गए कार्यों का संपादन बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता की तरह करना पड़ता है. नियंत्रण भी इनके ऊपर विभागीय अधिकारियों के साथ ही साथ , जिला कलेक्टर , एसडीएम सभी का रहता है. एक भी अधिकारी किसी कारण वश नाराज हो गये तो खामियाजा सेवा से पृथक या मानदेय कटौती की वेदना से गुजरना पड़ता (Anganwadi workers mobilized for honorarium in Kanker) है.''

कम मिल रहा पारिश्रमिक : सहायिकायों के मुताबिक '' काम और महंगाई की अनुपात में महज रूपए 3250 प्रतिमाह सहायिका को और 6500 रूपए कार्यकर्ता को मानदेय केन्द्र और राज्य सरकार दोनों से मिलाकर (सहायिका को राज्य सरकार से 1000 केन्द्र सरकार से 2250 और कार्यकर्ता को 2000 रूपए , राज्य सरकार से 4500 रूपए केन्द्र सरकार से) प्राप्त हो रहा है. जिसमें जीने लायक पारिश्रमिक नहीं है.''

चुनावी घोषणा पत्र नही किया जा रहा पूरा : आंदोलनकर्ताओं के मुताबिक ''सरकार में आने से पहले प्रदेश के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओं से उनके द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि कांग्रेस की सरकार आयेगी तो कार्यकर्त्ता को नर्सरी शिक्षक का दर्जा और कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जायेगा. लेकिन वादा अभी तक नही निभाया गया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच के माध्यम से लामबंद हो चुके है और अब ज्यादा इंतजार नही कर सकते.''

अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका ने कहा कि ''सरकार यदि मांगें पूरी नहीं करती है तो आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल की (Anganwadi workers warn Bhupesh government) जाएगी. प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाएं अगस्त में कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बंगले के समक्ष नई दिल्ली हजारों की संख्या में जायेंगे. जहां कामबंद वादा निभाओं , महारैली और सभा को संबोधित किया जाएगा.''

कांकेर : महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय में बरसते पानी मे छाता लेकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका ने मेला भाठा ग्राउंड से कांकेर कलेक्टर ऑफिस तक रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन (Anganwadi workers protest in rain water in Kanker ) सौपा.

कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ता है खामियाजा : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका का कहना है कि '' महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत प्रदेश के 46660 आंगनबाड़ी और 5814 आंगनबाड़ी केन्द्र में 1,04,948 आंगनबाड़ी मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता एवं सहायिका कार्यरत हैं. इन्हें केन्द्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा अपने विभाग के कार्य के अलावा अन्य विभागों के सौंपे गए कार्यों का संपादन बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता की तरह करना पड़ता है. नियंत्रण भी इनके ऊपर विभागीय अधिकारियों के साथ ही साथ , जिला कलेक्टर , एसडीएम सभी का रहता है. एक भी अधिकारी किसी कारण वश नाराज हो गये तो खामियाजा सेवा से पृथक या मानदेय कटौती की वेदना से गुजरना पड़ता (Anganwadi workers mobilized for honorarium in Kanker) है.''

कम मिल रहा पारिश्रमिक : सहायिकायों के मुताबिक '' काम और महंगाई की अनुपात में महज रूपए 3250 प्रतिमाह सहायिका को और 6500 रूपए कार्यकर्ता को मानदेय केन्द्र और राज्य सरकार दोनों से मिलाकर (सहायिका को राज्य सरकार से 1000 केन्द्र सरकार से 2250 और कार्यकर्ता को 2000 रूपए , राज्य सरकार से 4500 रूपए केन्द्र सरकार से) प्राप्त हो रहा है. जिसमें जीने लायक पारिश्रमिक नहीं है.''

चुनावी घोषणा पत्र नही किया जा रहा पूरा : आंदोलनकर्ताओं के मुताबिक ''सरकार में आने से पहले प्रदेश के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओं से उनके द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि कांग्रेस की सरकार आयेगी तो कार्यकर्त्ता को नर्सरी शिक्षक का दर्जा और कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जायेगा. लेकिन वादा अभी तक नही निभाया गया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच के माध्यम से लामबंद हो चुके है और अब ज्यादा इंतजार नही कर सकते.''

अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका ने कहा कि ''सरकार यदि मांगें पूरी नहीं करती है तो आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल की (Anganwadi workers warn Bhupesh government) जाएगी. प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाएं अगस्त में कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बंगले के समक्ष नई दिल्ली हजारों की संख्या में जायेंगे. जहां कामबंद वादा निभाओं , महारैली और सभा को संबोधित किया जाएगा.''

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