कांकेर/धमतरी: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ मलखंब अकादमी ने इंडिया के सबसे बड़े रियलिटी शो ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ के सीजन 10 का खिताब जीता है. जीत के बाद कांकेर पहुंचने पर टीम का भव्य स्वागत किया गया. सीजन 10 का खिताब जितने के बाद मलखंब अकादमी के बच्चे वापस नारायणपुर लौट रहे है. कांकेर में शासकीय अनुसूचित जनजाति सेवक संघ, महिला जन शक्ति समूह मावा मिलेट कैफे, आदिवासी समाज और कांकेरवासियों ने टीम का भव्य स्वागत किया. इसके बाद ये टीम धमतरी पहुंची. धमतरी में भी टीम का भव्य स्वागत किया गया है. धमतरी में टीम ने बिलाई माता मंदिर में दर्शन किए.
अबूझमाड़ मलखंब अकादमी टीम से ईटीवी भारत ने बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, "सफर बहुत परिश्रम भरा रहा. भारत का सबसे बड़ा रियलिटी शो, जहां पर भारत के जगह-जगह से हजारों-हजार कंटेस्टेंट आते हैं. फाइनली 200 कंटेस्टों का चयन हुआ था. 14 कंटेस्टेंट राउंड के लिए आए थे. शुरुआत में बच्चे थोडा नर्वस तो हो गए थे, हालाकि बाद में सब ठीक रहा. हमने ठान लिया था कि ट्रॉफी लेकर आना है. हमारे इंडिया में मलखंब के बहुत सारे गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी हैं. हम लोगों का बहुत सारे लोगों ने हेल्प किया."
टीम में ये रहे शामिल: अबूझमाड़ मलखंब अकादमी टीम में प्रशिक्षक मनोज प्रसाद के साथ पारस यादव, नरेंद्र गोटा, युवराज सोम, फूलसिंह सलाम, श्यामलाल पोटाई, राजेश सलाम, राकेश कुमार बड़दा, मोनू नेताम, राजेश कोराम, शुभम पोटाई, अजमत फरीदी, समीर शोरी, सुरेश पोटाई शामिल हैं.
अब अमेरिका गॉट टैलेंट में जीतने का लक्ष्य: इंडियाज गॉट टैलेंट के विनर के रूप में इन्हे ट्रॉफी के साथ इनाम के तौर पर 20 लाख रुपये की राशि मिली. इसके अलावा विजेता को मारुति सुजुकी अर्टिगा भी पुरस्कार के तौर पर दिया गया. आगे ये अमेरिका गॉट टैलेंट पर प्रस्तुति देने और जितने की तैयारी में लग गए हैं.बता दें कि नारायणपुर भले ही सुदूर और नक्सलवाद क्षेत्र में पड़ता हो मगर वहां पर टैलेंट की कमी नहीं है. यहां के आदिवासी बच्चों में ताकत की कमी नहीं है. उनको बस अवसर मिलना चाहिए.