कांकेर: पत्रकारों पर किए गए हमले के विरोध में सुर तेज होने लगे हैं. सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक कार्यलय का घेराव कर दिया. इस दौरान आप पार्टी के कार्यकर्ता करीब एक घंटे तक एसपी दफ्तर के सामने एसपी एमआर अहिरे का इंतजार करते रहे, लेकिन एसपी बाहर नहीं आए. जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने एसपी दफ्तर के बाहर दीवार पर ज्ञापन चस्पा कर दिया और वापस लौट गए.
पत्रकारों से मारपीट का विरोध करने पहुंचे आप कार्यकर्ताओं से पुलिस की जमकर झूमाझटकी भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग करते हुए आप कार्यकर्ताओं को गेट के बाहर ही रोक लिया. जिसके बाद आप कार्यकर्ता गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए और एसपी को ही ज्ञापन देने की बात पर अड़ गए. आप कार्यकर्ता करीब 1 घंटे तक गेट के बाहर बैठकर नारेबाजी करते रहे, लेकिन एसपी एमआर अहिरे अपने दफ्तर से बाहर नहीं निकले.
कांकेर: पत्रकार करेंगे सीएम हाउस का घेराव, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
आरोपियों को जेल भेजने की मांग
एसपी के बाहर नहीं आने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने एसपी दफ्तर के दीवार पर ही ज्ञापन चिपका दिया. कोमल हुपेंडी ने कहा कि जिस तरह से खुलेआम पत्रकारों पर कांग्रेसी नेताओं ने हमला किया है. ये बेहद ही शर्मनाक है. साथ ही पुलिस ने ऐसे गुंडों पर मामूली धारा लगाकर उन्हें जमानत पर छोड़ दिया. जो कि साबित करता है कि पुलिस सत्ता के दबाव में काम कर रही है. आप पार्टी ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है.
खानापूर्ति कर रही पुलिस: आप
आप पार्टी के प्रदेश संयोजक सुदर्शन साहू ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकारों पर जानलेवा हमला होता है और ऐसे आरोपियों पर मामूली धाराओं में एफआईआर (FIR) कर खानापूर्ति की जा रही है. सत्ता के दबाव में पुलिस काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 'पत्रकरों पर हमला सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने सच छापने की हिम्मत की. प्रदेश में यह गुंडाराज चल रहा है.'