कांकेर: कोयलीबेड़ा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से मेढ़की नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. जिससे क्षेत्र के लगभग 40 गांवों का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया है.
कोयलीबेड़ा क्षेत्र में मेढ़की नदी पर पूल निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण लगभग 40 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है और ये गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. जिससे गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पहुंचाई गई है राशन और जरूरत की चीजें
जिला प्रशासन ने बारिश के मौसम को देखते हुए इन गांवों में पहले ही राशन और जरूरी दवाईयां पहुंच दी है. जिससे ग्रामीणों को उतनी ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है. हालांकि इमरजेंसी के हालात में ग्रामीण भारी मुसीबत में फंस सकते हैं. राहत की बात ये है कि मेढ़की के उफान पर होने की खबर लगते ही प्रशासन अलर्ट पर है और परिस्थितियों पर नजर बनाये है.
पिछले साल नदी में फंसे थे लोग
गौरतलब है कि मेढ़की नदी पर पिछले साल भी बारिश ने जमकर कहर मचाया था. पिछले साल मेढ़की नदी में 5 लोग फंस गए थे, जिन्हें 72 घंटे के रेस्क्यू के बाद निकाला गया था. कोयलीबेड़ा इलाके में पिछले 10 घंटों से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे मेढ़की का जल स्तर बढ़ता चला जा रहा है.
जिला मुख्यालय में भी हो रही बारिश
जिला मुख्यालय में भी गुरुवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही है. भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. फिलहाल मौसम को देखते हुए बारिश के रुकने की संभावना कम नजर आ रही है. ऐसी स्थिती में नगर सेना की टीम को भी अलर्ट किया गया है.
बस्तर संभाग के नदी-नाले उफान पर
बता दें, बस्तर संभाग में बीते कई दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से संभाग के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बीजापुर और सुकमा के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित है. संभाग के नदी-नाले उफान पर है. हालांकि इसके बचाव कार्य में प्रशासन लगातार जुटी हुई है.