कांकेर: जिले के रहत शिविर में लॉकडाउन की वजह से 216 मजदूर फंसे हुए थे. जिन्हें शनिवार को उनके गृह ग्राम रवाना कर दिया गया है. कांकेर, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ के राहत शिविरों में रूके हुए मजदूर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों के निवासी थे.
राहत शिविर के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर सी.एल मार्कण्डेय ने बताया कि 'छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से कांकेर जिले के राहत शिविरों में रूके हुए कोंडागांव के 28, नारायपणपुर के 1, बस्तर जिले के 22, बिलासपुर के 61, बेमेतरा के 29, कवर्धा के 24, मुंगेली के 9, धमतरी के 2, रायपुर के 8, बलौदाबाजार के 16, कोरबा के 5, जांजगीर-चांपा के 6, जशपुर के 4 और बालोद जिला के 1 श्रमिकों को उनके गृह जिला के लिए भेजा गया है. सभी मजदूरों को बसों में सवार कर शनिवार दोपहर रवाना किया गया है.'