कांकेर: जिले के धुर नक्सल प्रभावित रामपुर गांव के जंगल में बुधवार को बम को खिलौना समझकर खेल रहे दो मासूम ब्लास्ट में घायल हो गए थे, जिनको लेकर एसपी केएल ध्रुव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा ये ग्रेनेड नहीं बल्कि एक देसी बम है, जिसे ग्रामीण जंगली जानवरों के शिकार के लिए उपयोग करते हैं.
उपचार के बाद रायपुर रेफर
रामपुर गांव के दो मासूम बच्चे घर से लगभग 100 मीटर दूर जंगल से एक गेंदनुमा चीज को उठा लाए और उसे खिलौना समझ खेल रहे थे तभी उसमें जोरदार धमाका हुआ, जिसमें दो मासूम बच्चे सुनीता और हीरा घायल हो गए थे. दोनों घायल बच्चों को पखांजुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया है.
SP ने दिया FIR के निर्देश
एसपी केएल ध्रुव ने बताया कि जिस जगह से बच्चे उस बम को उठाकर लाए थे वो गांव से महज 100 मीटर की दूरी पर है और गांव के इतने नजदीक नक्सली कभी भी हथियार नहीं छिपाते हैं. उन्होंने बताया कि यह ग्रेनेड नहीं था बल्कि एक देसी बम था, जिसे अधिकतर ग्रामीण, जंगली सुअर और अन्य जंगली जानवरों के शिकार में उपयोग करते हैं. वहीं एसपी ने अवैध तरीके से बम बनाकर शिकार करने के लिए जंगल में लगाने वाले अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने निर्देश दिए हैं.