ETV Bharat / state

कांकेर: 150 मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी, मनरेगा के तहत किया था काम - पखांजूर न्यूज

कांकेर जिले के रविन्द्र नगर ग्राम पंचायत के लगभग 150 जॉब कार्डधारी मजदूरों ने पंचायत के सचिव, सहायक सचिव, इंजीनियर और सरपंच पर मजदूरी की राशि गबन करने का आरोप लगाया है. मजदूरों का कहना है कि मनरेगा के तहत किए गए कामों के बदले उन्हें मजदूरी भुगतान अबतक नहीं किया गया है.

150 villagers did not get mgnrega amount
नहीं मिली मनरेगा की राशि
author img

By

Published : Jul 25, 2020, 7:57 PM IST

Updated : Jul 25, 2020, 9:52 PM IST

कांकेर: भारत में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगभग तीन महीने का लॉकडाउन किया गया था. इस बीच मनरेगा के जॉब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार गारंटी योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों को काम देने का आदेश दिया गया था. ताकि गरीब मजदूर परिवारों को लॉकडाउन में रोजगार मिल सके, लेकिन पखांजूर क्षेत्र के मनरेगा मजदूरों ने पंचायत सचिव, सहायक सचिव, इंजीनियर और सरपंच पर मनरेगा के तहत कराये गए काम में मजदूरी गबन का आरोप लगाया है.

मनरेगा में फर्जीवाड़ा

शनिवार दोपहर रविन्द्र नगर ग्राम पंचायत के लगभग 150 जॉब कार्डधारी मजदूर पखांजूर के कोयलीबेड़ा जनपद पंचायत के लिंक कार्यलय पहुंचे थे. जहां मजदूरों ने जनपद सीईओ भरोसा राम ठाकुर को लिखित शिकायत दी है. उनका कहना है कि पंचायत सचिव, सहायक सचिव, इंजीनियर और सरपंच की मिलीभगत से पंचायत में हुए सभी काम के बदले मजदूरी का भुगतान फर्जी मस्टररोल भरकर कर लिया गया है. जबकि मजदूरी करने वाले मजदूरों को एक रुपया भी अभी तक नहीं मिला है.

मजदूरों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास और शौचालय निर्माण का भुगतान अभी भी नहीं मिला है. जबकि कोयलीबेड़ा ब्लॉक विधानसभा चुनाव से पहले से ODF घोषित हो चुका है. सीईओ ने मामले में जांच का आश्वासन दिया है.

पढ़ें-खबर का असर: कांकेर में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को मिले किश्त के पैसे

पीड़ित जॉब कार्डधारी मजदूरों के आरोप पर जब जनपद पंचायत के सीईओ भरोसा राम ठाकुर से मीडिया ने सवाल पूछे तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

कांकेर: भारत में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगभग तीन महीने का लॉकडाउन किया गया था. इस बीच मनरेगा के जॉब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार गारंटी योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों को काम देने का आदेश दिया गया था. ताकि गरीब मजदूर परिवारों को लॉकडाउन में रोजगार मिल सके, लेकिन पखांजूर क्षेत्र के मनरेगा मजदूरों ने पंचायत सचिव, सहायक सचिव, इंजीनियर और सरपंच पर मनरेगा के तहत कराये गए काम में मजदूरी गबन का आरोप लगाया है.

मनरेगा में फर्जीवाड़ा

शनिवार दोपहर रविन्द्र नगर ग्राम पंचायत के लगभग 150 जॉब कार्डधारी मजदूर पखांजूर के कोयलीबेड़ा जनपद पंचायत के लिंक कार्यलय पहुंचे थे. जहां मजदूरों ने जनपद सीईओ भरोसा राम ठाकुर को लिखित शिकायत दी है. उनका कहना है कि पंचायत सचिव, सहायक सचिव, इंजीनियर और सरपंच की मिलीभगत से पंचायत में हुए सभी काम के बदले मजदूरी का भुगतान फर्जी मस्टररोल भरकर कर लिया गया है. जबकि मजदूरी करने वाले मजदूरों को एक रुपया भी अभी तक नहीं मिला है.

मजदूरों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास और शौचालय निर्माण का भुगतान अभी भी नहीं मिला है. जबकि कोयलीबेड़ा ब्लॉक विधानसभा चुनाव से पहले से ODF घोषित हो चुका है. सीईओ ने मामले में जांच का आश्वासन दिया है.

पढ़ें-खबर का असर: कांकेर में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को मिले किश्त के पैसे

पीड़ित जॉब कार्डधारी मजदूरों के आरोप पर जब जनपद पंचायत के सीईओ भरोसा राम ठाकुर से मीडिया ने सवाल पूछे तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

Last Updated : Jul 25, 2020, 9:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.