कवर्धा: छत्तीसगढ़ में मंगलवार को पहले चरण का मतदान होना है. रविवार को पहले चरण के चुनाव के प्रचार का अंतिम दिन है. इस बीच लगातार छत्तीसगढ़ में नेता चुनाव प्रचार कर रहे हैं. लोगों के बीच जाकर जनप्रतिनिधि वोट की अपील कर रहे हैं. इस दौरान ईटीवी भारत की टीम कवर्धा जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र पहुंची. यहां मंगलवार को पहले चरण में ही मतदान होना है. पंडरिया सीट में कांग्रेस से निलकंठ चंद्रवंशी और भाजपा से भावना बोहरा चुनावी मैदान में हैं. वहीं, जोगी कांग्रेस से रवि चन्द्रवंशी सहित कुल 14 प्रत्याशी यहां चुनाव लड़ेंगे. यहां के वोटर्स किन मुद्दों को लेकर वोट डालेंगे? ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने कुछ वोटरों से बातचीत की.
क्या चाहती हैं महिला वोटर्स: बातचीत के दौरान यहां की महिला वोटर्स अधिक एक्टिव नजर आई. वैसे भी इस क्षेत्र में महिला वोटर्स की संख्या अधिक है. यानी कि यहां महिला मतदाता ही भाग्य विधाता है. पंडरिया विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि, हम चाहते हैं कि क्षेत्र से शराब का कारोबार बंद हो. नशाखोरी खत्म कर सरकार शराब दुकानों को बंद कराएं, ताकि महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें. साथ ही अपराधों पर भी लगाम लगाया जा सके. सरकार को महिलाओं के लिए ऐसी-ऐसी योजना लानी चाहिए, जिससे महिलाओं की आमदनी बढ़े और वो अपने पैरों पर खड़ी हो सकें. उन्हें कहीं भी मजबूर ना होना पड़े. बहुत सारी महिलाएं समूह से जुड़ी हुई है. समूह के महिलाओं के लिए और भी योजनाएं संचालित होनी चाहिए. इसके अलावा वर्तमान सरकार जिस तरह भूमिहीन किसानों को 7 हजार रुपए देती है, वैसे ही महिलाओं को भी आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए. "
क्या चाहते है क्षेत्र के बुजुर्ग वोटर: वहीं, एक बुजुर्ग वोटर ने कहा कि, "हम चाहते हैं कि सरकार उनके बेहतर इलाज के लिए सुविधा मुहैया कराए और सभी शासकीय गैर शासकीय जगहों पर बुजुर्ग को किसी भी काम के लिए पहली प्राथमिकता दे. साथ ही हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराए. इसके अलावा निराश्रित पेंशन योजना में मिलने वाली 500 रुपए को बढ़ाकर कम से कम 1 हजार रुपए किया जाए."
बता दें कि पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाता ही भाग्य विधाता हैं. यहां की महिला मतदाताओं के हाथों में ही प्रत्याशियों के भाग्य की चाभी है. यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 16 हजार 142 है. इनमें पुरुष मतदाता 1 लाख 57 हजार 649 हैं. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 58 हजार 493 है.