कवर्धा: बोड़ला विकासखंड के दलदली और केसमर्दा गांव के ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. केसमर्दा गांव में लगभग 700 बैगा आदिवासी परिवार रहते हैं. यहां पानी की समस्या कई सालों से बनी हुई है. ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल उपलब्ध कराने के अपने वादे को वेदांता प्रबंधन भूल गया है.
इलाके में वेदांता ग्रुप कई सालों से स्थानीय लोगों की जमीन पर बॉक्साइट खनन का काम कर रहा है. कपंनी और शासन के बीच अनुबंध के मुताबिक खदान में प्रभावित हुए गांव को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने और लोगों रोजगार उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी संबंधित कंपनी की है.
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पेयजल के लिए तरस रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी की ओर से कई किलोमीटर लोहे के पाइप बिछाये गए हैं. इस काम को हुए एक साल हो गए हैं. पाइप में अब जंग लग रहा है. पानी भरने के लिए टंकी भी लगाई गई है, लेकिन अबतक उन्हें एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ है. आज भी पहाड़ी इलाके में स्थित एक कुएं से पानी लाना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने जल्द से जल्द पानी आपूर्ति की मांग की है.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
कलेक्टर ने पानी नहीं मिलने की समस्या को गंभीर माना है. उन्होंने कहा है कि ग्रामीणों की समस्या पर पानी आपूर्ति के लिए जल्द पहल की जाएगी.