कवर्धा: कहते हैं जहां सड़क और पुल हो, वहां विकास का पहिया तेजी से चलता है, लेकिन जब गांव का संपर्क ही मुख्य मार्ग से टूट जाए तो विकास महज एक सपना बनकर रह जाता है.
कुछ ऐसा ही हाल ही में बोडला ब्लॉक के अकलघरिया और तुरैयाबहरा गांव का है. यहां ग्रामीणों का कहना है कि, 'नेशनल हाईवे मार्ग से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव में सड़क तो बनी है, लेकिन नदी में पुल नहीं बनाए जाने के कारण बारिश होते ही दोनों ही गांव का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट जाता है.'
बरसात में होती है परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि, 'इस वजह से गांव के स्कूली बच्चों के साथ ही लोगों को तकलीफ का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा गांव में अगर कोई बीमार पड़ जाए तो पीड़ित को अस्पताल भी नहीं ले जा पाते हैं.'
वहीं रपटा की हालत भी खराब हो चुकी है, जिसके चलते नदी पार करते समय आए दिन हादसे होते रहते हैं. ग्रामीणों ने इस रपटा पर पुल बनाने की मांग की है.
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जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
वहीं PWD के अधिकारी इसे हल्के में लेते रहें हैं और रपटा की रिपेयरिंग कर आवागमन सुगम करने की बात कह रहे हैं. जबकि दोनों गांव के ग्रामीणों को रपटा के जगह पुल की ज्यादा जरूरत है.