कवर्धा : भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल शनिवार को कवर्धा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भाजपा कार्यालय पहुंच कर भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कई आरोप भी लगाए.
श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार की नियत में खोंट है. सरकार किसानों का धान खरीदने के मुड में नहीं है. इसलिए आगमी एक दिसंबर से धान खरीदी तो शुरू हो रही है, लेकिन सरकार की धान खरीदी को लेकर कोई तैयारी नहीं है. इसलिए सरकार तरह-तरह के अटकले अपना रही है.
पढ़ें : SPECIAL: सरकार के ऐतिहासिक धान खरीदी के दावों पर विपक्ष के सवाल, ऐसी हैं तैयारियां
समिति करेगी धान खरीदी केंद्रों की निगरानी
उन्होंने कहा कि कभी गिरदावरी के नाम पर किसानों के रकबा कम कर रही, तो कभी किसानों को टोकन के नाम पर समितियों में भीड़ इकट्ठा कर किसानों का ध्यान भटका रही है. कई जगह किसानों का टोकन भी नहीं कटा है. किसानों के साथ किसी तरह का छल न हो, वे खुद को ठगा महसूस न करें, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता निगरानी समिति बनाकर धान खरीदी केंद्रों की तमाम गतिविधियों पर नजर रखेंगे.
धान खरीदी को लेकर तैयारियां
- छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर 2020-21 में 21 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है.
- पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष 2लाख 49 हजार अतिरिक्त किसानों ने धान बेचने पंजीयन कराया है.
- किसानों का पंजीयन बढ़ने के साथ ही खेती के रकबे में भी बढ़ोतरी हुई है.
- किसानों की सुविधा के लिए राज्य में करीब 260 नए धान उपार्जन केंद्र खोले गए हैं.
- इन केंद्रों में चबूतरा निर्माण सहित केंद्र के चारों तरफ सुरक्षा के लिए घेरा व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम, बारदाना, ताल पत्री, काटा वार्ड सत्यापन बोर्ड लगाने जैसे कार्य ऑनलाइन रिपोर्ट अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं.
- राज्य में खरीदी केंद्रों के दोनों चरणों में 7620 चबूतरों का निर्माण कराने स्वीकृति दी गई है.
- जिन जिलों में चबूतरा निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है, वहां 30 नवंबर तक की मियाद दी गई है.