कवर्धा: पुलिस ने दो नक्सलियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है. दोनों नक्सलियों पर लाखों रुपये का इनाम है. प्लाटून नंबर 2 के कमांडर रहे दिवाकर पर 8 लाख और महिला नक्सली लक्ष्मी पर 4 लाख रुपये का इनाम घोषित है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों को झलमला थाना क्षेत्र और मध्यप्रदेश की सीमा से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक दोनों नक्सली कोरोना संक्रमित हैं. जिनका कवर्धा के कोविड केयर सेंटर में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर बड़ी संख्या में नक्सली कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं.
कोरोना के लक्षण देख नक्सल दंपति ने छोड़ा संगठन, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पुलिस करा रही इलाज
कोरोना की चपेट में नक्सली
छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाया हुआ है. दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के बाद अब कवर्धा में भी नक्सली इससे अछूते नहीं हैं. बीते दिनों पुलिस ने 100 से ज्यादा नक्सलियों के कोरोना संक्रमित होने का दावा किया है. दंतेवाड़ा SP अभिषेक पल्लव ने दावा किया था कि कई बड़े लीडर समेत 100 से ज्यादा नक्सली कोरोना की चपेट में है. जिससे गांवों में कोरोना का खतरा बढ़ गया है. दंतेवाड़ा SP का कहना था कि नक्सलियों के कोरोना और फूड प्वॉइजनिंग से पीड़ित होने की खबर विश्वस्त सूत्रों से मिली है. यदि ऐसा है तो अंदरूनी गांवों के ग्रामीणों के लिए भी बड़ा खतरा है. दंतेवाड़ा SP अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि की थी.
आईजी ने कहा- सरेंडर करेंगे तो इलाज कराएंगे
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने भी कहा है कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों का इलाज पुलिस कराएगी. आईजी ने ये भी कहा है कि नक्सलियों के कई बड़े लीडर भी कोरोना की चपेट में हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस को नक्सलियों का एक पत्र भी मिला है, जिसमें कई नक्सलियों के कोरोना से संक्रमित होने की बात लिखी हुई है. आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया कि 12 से अधिक बड़े नक्सली लीडर्स को भी कोरोना होने की जानकारी उन्हें सूत्रों से मिली है. उन्हें इलाज भी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में उन तक दवाई और वैक्सीन पहुंचे, इसकी जद्दोजहद में वे जरूर लगे हुए हैं, लेकिन पुलिस उनकी इस चाल को कामयाब नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के नक्सली क्षेत्रों में नाकेबंदी जारी है. इसके कारण नक्सलियों को दवाईयां और लॉजिस्टिक फूड सप्लाई नहीं हो पा रही है.