कवर्धा: छत्तीसगढ़ में बीते दिनों बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. हालात यह है कि किसानों के खेत में लगी रवि फसल लगभग पूरी तरह नष्ट होने के कगार पर है. ऐसे में बारिश से प्रभावित सैकड़ों किसान सोमवार को अपनी खराब फसल को लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे. जहां सैकड़ों किसानों ने कलेक्टर से मुआवजे की मांग की है.
कवर्धा में धान के बाद गन्ना और चना की सर्वाधिक फसल उगाई जाती है. इस बार भी तकरीबन 87 हजार हेक्टेयर में चने की फसल लगाई गई थी, लेकिन अचानक हुई बारिश से चना सहित अन्य दलहनी फसल-तीवरा, अरहर, मटर को भारी नुकसान हुआ है. बुवाई के समय बारिश की वजह से खेतों में पानी भरने से पहले, तो बीजों का सही अंकुरण नहीं हो पाया और अब खेतों में बारिश का पानी अधिक भर जाने से फसल खराब हो गई है. ऐसे में किसानों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुआवजे की मांग की.
सर्वे कराकर किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
कलेक्टर ने बताया कि कवर्धा ब्लॉक के मैनपुरी, छांटाझा, बदराडी, सहसपुर, लोहारा, धनगांव, समेत दर्जनों गांव में बारिश से चने की फसल को नुकसान हुआ है. इसे लेकर पटवारी और राजस्व विभाग के अधिकारी को संबंधित गांव में बैठकर सर्वे कराया जाएगा, उस आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.