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चारा घोटाले जैसा बड़ा साबित होगा छत्तीसगढ़ का गोबर घोटाला, आने वाले समय में एक्सपोज होगा: रमन - gobar scam

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह (Raman Singh) ने खाद और बिजली को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार (Chhattisgarh Government) अपना ढाई साल का कोई काम नहीं गिना सकती. छत्तीसगढ़ का गोबर घोटाला, चारा घोटाला से बड़ा साबित होगा. उन्होंने टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) को कवर्धा जिले का प्रभारी बनाए जाने पर भी तंज कसा है.

डॉक्टर रमन सिंह
डॉक्टर रमन सिंह
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Published : Jul 16, 2021, 5:03 PM IST

Updated : Jul 16, 2021, 6:50 PM IST

कवर्धा: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह (Raman singh) ने खाद और बिजली को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. रमन सिंह ने कहा कि ढाई साल के सरकारी की उपलब्धि बताने के लिए कांग्रेस (Congress) के पास जीरो बटे सन्नाटा है. पूर्व सीएम ने गौठान, रोका-छेका को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार के चारा घोटाले की तरह छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का गोबरा घोटाला आने वाले वक्त में एक्सपोज होगा. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहेदव (TS Singh Deo) को कवर्धा जिला का प्रभारी बनाने पर भी तंज कसा है.

इसके साथ ही रमन सिंह (Raman Singh) ने सरकार के रोका-छेका अभियान पर भी बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आज नेशनल हाईवे पर भी मवेशी नजर आ रहे हैं. गोठान योजना (Gothan Scheme) का कोई अता पता नहीं है. पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में किसान खाद और बीज के लिए परेशान हैं. सरकार 70 प्रतिशत खाद व्यापारियों को दे रही है, जबकि सोसायटियों में सिर्फ 30 प्रतिशत खाद पहुंचा रही है. 15 सालों तक भाजपा शासनकाल में बिजली और खाद के लिए किसानों को कभी परेशानी नहीं. आज बिजली कटौती के कारण किसान अपने फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है.]

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बयान.

सिंधिया को लेकर CM बघेल के बयान पर रमन का तंज, कहा- कांग्रेस में तलवे चाटने वाला ही कर सकता है राजनीति

क्या है रोका छेका अभियान ?
एक जुलाई को सीएम भूपेश ने गुरुवार रोका-छेका अभियान (Roka-Chheka campaign) का शुभारंभ किया था. रोका छेका अभियान छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है. इसके जरिए पशुओं को खुले में चरने के लिए नहीं छोड़ा जाता है. मवेशियों को घरों, शेड और गौठानों में रखा जाता है. जहां उनके लिए पानी और चारे की व्यवस्था होती है. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मवेशियों को रखने के लिए गौठानों की व्यवस्था की गई है. जहां मवेशियों को रखा जा रहा है. साथ ही उनके चारे की भी व्यवस्था की गई है. मवेशियों को संरक्षित करना फसलों को मवेशियों से बचाना और गोबर से कुदरती खाद बनाना इसका मकसद है.

बघेल सरकार के कुप्रबंधन की वजह से छत्तीसगढ़ में हुई खाद की कमी: रमन सिंह

सिंहदेव को लेकर सरकार पर कसा तंज
निजी कार्यक्रमों में शामिल होने कवर्धा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव को कवर्धा जिले के प्रभारी मंत्री बनाये जाने को लेकर सरकार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि सिंहदेव जी का अपने ही क्षेत्र में कुछ नहीं चलता तो कवर्धा जिले में क्या करेंगे ? प्रदेश की सरकार ने उनसे सभी अधिकार छीन लिए हैं.

कवर्धा: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह (Raman singh) ने खाद और बिजली को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. रमन सिंह ने कहा कि ढाई साल के सरकारी की उपलब्धि बताने के लिए कांग्रेस (Congress) के पास जीरो बटे सन्नाटा है. पूर्व सीएम ने गौठान, रोका-छेका को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार के चारा घोटाले की तरह छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का गोबरा घोटाला आने वाले वक्त में एक्सपोज होगा. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहेदव (TS Singh Deo) को कवर्धा जिला का प्रभारी बनाने पर भी तंज कसा है.

इसके साथ ही रमन सिंह (Raman Singh) ने सरकार के रोका-छेका अभियान पर भी बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आज नेशनल हाईवे पर भी मवेशी नजर आ रहे हैं. गोठान योजना (Gothan Scheme) का कोई अता पता नहीं है. पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में किसान खाद और बीज के लिए परेशान हैं. सरकार 70 प्रतिशत खाद व्यापारियों को दे रही है, जबकि सोसायटियों में सिर्फ 30 प्रतिशत खाद पहुंचा रही है. 15 सालों तक भाजपा शासनकाल में बिजली और खाद के लिए किसानों को कभी परेशानी नहीं. आज बिजली कटौती के कारण किसान अपने फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है.]

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बयान.

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क्या है रोका छेका अभियान ?
एक जुलाई को सीएम भूपेश ने गुरुवार रोका-छेका अभियान (Roka-Chheka campaign) का शुभारंभ किया था. रोका छेका अभियान छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है. इसके जरिए पशुओं को खुले में चरने के लिए नहीं छोड़ा जाता है. मवेशियों को घरों, शेड और गौठानों में रखा जाता है. जहां उनके लिए पानी और चारे की व्यवस्था होती है. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मवेशियों को रखने के लिए गौठानों की व्यवस्था की गई है. जहां मवेशियों को रखा जा रहा है. साथ ही उनके चारे की भी व्यवस्था की गई है. मवेशियों को संरक्षित करना फसलों को मवेशियों से बचाना और गोबर से कुदरती खाद बनाना इसका मकसद है.

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सिंहदेव को लेकर सरकार पर कसा तंज
निजी कार्यक्रमों में शामिल होने कवर्धा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव को कवर्धा जिले के प्रभारी मंत्री बनाये जाने को लेकर सरकार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि सिंहदेव जी का अपने ही क्षेत्र में कुछ नहीं चलता तो कवर्धा जिले में क्या करेंगे ? प्रदेश की सरकार ने उनसे सभी अधिकार छीन लिए हैं.

Last Updated : Jul 16, 2021, 6:50 PM IST
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