कवर्धा: देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर संसदीय सचिव द्वारकाधीश यादव ने जिला मुख्यालय स्थित शासकीय पीजी कॉलेज मैदान में ध्वजारोहण किया है.
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जिला मुख्यालय में स्थित आचार्यपंथ श्री गृंधमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मैदान पूरे उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया है. मौके पर द्वारकाधीश यादव ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी. इसके बाद मुख्यमंत्री के संदेश को लोगों को सुनाया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी भी शामिल हुए हैं.
कोरोना गाइडलाइन का किया पालन
कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया है. साथ ही कोरोना काल के चलते कार्यक्रम में बहारी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रखा गया था. जगह जगह पर सैनिटाइजर का प्रयोग भी किया गया है.
संविधान से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की बैठक में डॉ राजेन्द्र प्रसाद को स्थायी अध्यक्ष चुना गया था.
⦁ भारतीय संविधान की प्रस्तावना अमेरिकी संविधान से प्रभावित है.
⦁ भारत में दोहरी नागरिकता का प्रावधान नहीं है.
⦁ राज्य का अपना कोई संविधान नहीं है.
⦁ भारत का कोई आधिकारिक धर्म नहीं है.
⦁ 1976 के 42वें संशोधन द्वारा प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़ा गया.
⦁ 1950 से लेकर 1954 तक गणतंत्र दिवस समारोह राजपथ पर न होकर अलग-अलग स्थानों पर हुआ था. इन स्थानों में इर्विन स्टेडियम, किंग्सवे, लाल किला और रामलीला मैदान शामिल हैं.
⦁ भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. मूल संविधान में 395 अनुच्छेद थे. यह 22 भागों में विभाजित था. इसमें 8 अनुसूचियां थीं. अभी संविधान में 465 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां हैं, जो 22 भागों में विभाजित हैं.
⦁ गणतंत्र दिवस पर देश के बहादुर सैनिकों को वीर चक्र, परमवीर चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र से सम्मानित किया जाता है.
⦁ गणतंत्र दिवस पर देश को राष्ट्रपति संबोधित करते हैं.
⦁ नई दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग रीट्रीट का आयोजन किया जाता है. इस दौरान तीनों सेनाएं अपने-अपने हुनर का प्रदर्शन करती हैं.
⦁ बीटिंग री-ट्रीट में बजने वाली आखिरी धुन अंग्रेजी भजन एबाइड विथ मी है. यह इस धुन को महात्मा गांधी पसंद करते थे.
⦁ स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए सैनिकों की स्मृति में अमर जवान ज्योति की स्थापना भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर ही की गई थी.
⦁ हिंदी को 26 जनवरी 1965 में राजभाषा का दर्जा दिया गया था.