कवर्धा: जिले में प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों के प्रदेश में वापस आने का सिलसिला लगातार जारी है. राज्य सरकार की प्रयासों से लॉकडाउन के बीच देश के कई राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों की वापसी हो रही है. मजदूरों उनके गांवों तक पहुंचे के लिए जिला प्रशासन ने बसों की व्यवस्था की है. साथ ही मजदूरों को दूसरे जिले से लाने के लिए बसें भेजी भी जा रही हैं. इसी कड़ी में कलेक्टर अवनीश कुमार शरण के निर्देश पर प्रवासी श्रमिकों को लाने-ले जाने की लिए लगाई गई सभी बसों को सैनिटाइज किया गया है.
कवर्धा जिले में लगातार प्रवासी मजदूरों की वापसी हो रही है. प्रवासी मजदूरों की जिला वापसी होने के बाद चेक पोस्ट में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी श्रमिकों को उनके गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर तक बसों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है.
बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक
क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी श्रमिकों के लिए नास्ता, चाय और भोजन की निशुल्क व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से कराई गई है. साथ ही कोरोना वायरस के बचाव के लिए के लिए श्रमिकों को 14 दिन या फिर 21 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने क्वॉरेंटाइन केंद्रों में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. क्वॉरेंटाइन केंद्रों में प्रभारी, चिकित्सक दल, जोनल अधिकारी और भोजन व्यवस्था में लगे कर्मचारी ही प्रवेश कर सकेंगे. साथ ही श्रमिकों क्वॉरेंटाइन सेंटरों से बाहर नहीं जा सकेंगे.
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जिला प्रशासन अलर्ट पर
जिले में कोरोना मरीज के दो नए मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट पर हैं. बाहर से आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और लोगों से सावधनियां बरतने की अपील की जा रही है.