कवर्धा: आए दिन विवादों में घिरे रहने वाले और ट्रान्सफर आदेश के खिलाफ कोर्ट से स्टे ऑर्डर लाने वाले बोड़ला ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दयाल सिंह को लोक शिक्षा संचालनालय के संचालक सुनील कुमार ने निलंबित कर दिया है. निलंबित अवधि में दयाल सिंह जिला शिक्षा कार्यालय में अपनी सेवा देंगे.
अधिकारी का गजब जुगाड़: दयाल सिंह का मुल पद व्याख्याता है. लेकिन अपनी सेटिंग और जान-पहचान का फायदा उठाकर दयाल सिंह पहले पंडरिया और अब प्रभारी बोड़ला ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के रुप पदस्थ थे. लेकिन दयाल सिंह पर उनके ही शिक्षक और स्टाफ ने अभद्र व्यवहार और अश्लील गाली गलौज करने और हर काम के लिए पैसे की मांग करने का आरोप लगाते रहे हैं. पूर्व में इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से भी कई गई, जिसके चलते उनका ट्रान्सफर कर मुल पद में पदस्थापना करने का प्रयास किया गया. लेकिन दयाल सिंह कोर्ट से स्टे ऑर्डर लेकर अपने मनपसंद जगह और पद पर बने रहें. यही कारण है कि उनका हौसला और भी बुलंद हो गया.
महिला से की अश्लील हरकतें: एक रात अधिकारी अपनी महिला स्टाफ के घर पहुंच गए और महिला स्टाफ के साथ अश्लील हरकतें करने का प्रयास किया. जिसपर महिला ने बोड़ला थाना में एफआईआर दर्ज भी कराई. जिसमें उनके खिलाफ धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया. लेकिन तत्काल जमानत मिल गई. इसी बात का बदला निकले महिला कर्मचारी को अपने कार्यकाल में बुलाकर अन्य स्टाफ के सामने बदसलूकी की. इस बात से नजर महिला स्टाफ ने कलेक्टर से शिकायत की. वहीं शहर के एक पत्रकार द्वारा खबर बनाने वर्सन के लिए महिला के आरोप में तत्कालीन ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दयाल सिंह से उनका पक्ष लेने फोन लगाया गया, तो अधिकारी ने पत्रकार से गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दे डाली.
पत्रकार संघ ने खोला मोर्चा: पत्रकार संघ ने विवादित अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और कलेक्टर और एसपी से मामले की लिखित शिकायत देकर कार्यवाही की मांग करने लगे. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर अनुभागीव अधिकारी बोड़ला और जिला शिक्षा अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट सौंपने कहा गया था. जांच में शिकायत सही मिली जिसपर कलेक्टर ने लोक शिक्षा संचालनालय को कारवाही के लिए रिपोर्ट सौंपी. जिसमें बाद दयाल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.