कवर्धा: लोहारा थाना में पदस्थ SI कोदु नागवंशी के 19 वर्षीय बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. फिलहाल युवक ने खुदकुशी क्यों की, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस विभाग के कर्मचारी बड़ी संख्या में जिला हॉस्पिटल में मौजूद हैं.
घटना कवर्धा सीटी कोतवाली अंतर्गत पुलिस लाइन की है, जहां लोहारा थाना में पदस्थ SI कोदु नागवंशी के 19 वर्षीय बेटे जितेश नागवंशी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. जानकारी के मुताबिक घटना के समय युवक घर पर अकेला था, वहीं युवक के फांसी लगाने की सूचना परिवार के अन्य लोगों ने सीटी कोतवाली पुलिस को दी है. सूचना के बाद युवक को जिला हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं पुलिसकर्मी के बेटे की की खुदखुशी की खबर सुनने के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारी बड़ी संख्या में हॉस्पिटल पहुंचे हैं. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम करने की तैयारी की जा रही है.
मंगलवार को ही आत्महत्या की दूसरी घटना
बता दें कि, मंगलवार को ही धमतरी के कुरूद थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय युवती ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. जानकारी के मुताबिक भालूझूलन गांव की रहने वाली सरिता धुव्र मंगलवार को सुबह करीब 4 बजे अपनी मां से शौच के लिए जाने की बात कहकर निकली थी. लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी जब युवती घर नहीं लौटी, तो परिजन ने उसकी तलाश शुरू की. इसी बीच गांव के एक व्यक्ति ने युवती के परिजनों को बताया कि उनकी बेटी ने पेड़ पर फांसी लगा ली है. जानकारी पाकर जब परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो युवती का शव पेड़ से लटका मिला, जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जांच में जुटी पुलिस
युवती की खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है. फिलहाल इस मामले में पुलिस सरिता के घर वालों के साथ ही गांव के लोगों से पूछताछ कर रही है. ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके.
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प्रदेश में आत्महत्या की घटना तेजी से बढ़ती जा रही है. रोजाना छत्तीसगढ़ के कई जिलों से खुदकुशी की खबरें सामने आ रही हैं. वहीं लॉकडाउन के दौरान भी कई आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. जिसमें किसी ने आर्थिक तंगी के कारण अपनी जान दी, तो किसी ने मानसिक तनाव के कारण मौत को गले लगा लिया, लेकिन कई ऐसे मामले भी हैं, जिसमें आत्महत्या के कारणों का कभी पता ही नहीं चल पाया. इसके लिए सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए. ताकि लोगों को आत्महत्या करने से बचाया जा सके.