कवर्धा: पंडरिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत कुंडा के सरपंच ने पंडरिया जनपद पंचायत से राशि वापस करने की मांग की है. सरपंच ने लिखित आवेदन देकर अधिकारियों से कुंडा ग्राम पंचायत की 24 लाख 20 हजार रुपये की राशि वापस करने की मांग की है. सरपंच का आरोप है कि जनपद पंचायत ने कुंडा ग्राम पंचायत का पैसा 7 साल से अपने पास रखा है.
मामला साल 2013-14 का है. ग्राम पंचायत कुंडा ने बिलासपुर से जबलपुर मेन रोड के पास साप्ताहिक बाजार के समाने 10 व्यसायिक परिसर का निर्माण करवाया गया था. जिसकी नीलामी की कार्रवाई तत्कालिक अनुविभागीय अधिकारी, पंडरिया की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत परिसर कुंडा में की गई थी. नीलामी की बोलिदार की अधिकतम बोली स्वीकार करते हुए बोलीकर्ता से दुकान का 2 लाख रुपए का मान जमा कराया गया था.
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7 साल का किराया भी बाकी
इसके मुताबिक व्यवसायिक परिसर कुण्डा ग्राम पंचायत की संपत्ति है. इसलिए नीलामी से मिली राशि और पिछले 7 साल से किराये की राशि को देने की मांग कुंडा ग्राम पंचायत ने पंडरिया जनपद पंचायत से की है. जनपद पंचायत पंडरिया के पास कुंडा पंचायत के कुल 24 लाख 20 हजार रुपए बकाया है. जिसे आज तक कुंडा पंचायत को नहीं दिया गया है. इसे लेकर कुंडा ग्राम पंचायत के सरपंच ने शनिवार को अधिकारियों से पंचायत की राशि वापस करने की मांग की है.
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जनपद पंचायत कर रहा आनाकानी
कुंडा ग्राम पंचायत के सरपंच महेश्वर साहू ने बताया कि पंडरिया विकासखंड के सबसे बड़े कुंडा ग्राम पंचायत की 20 लाख रुपये की राशि और 10 दुकानों का 7 साल का किराया (4.20 लाख रुपए) पंडरिया जनपद पंचायत के कब्जे में है. जिसमें पंडरिया जनपद पंचायत के सरपंच उक्त राशि को कुंडा ग्राम पंचायत को देने में आनाकानी कर रहे हैं. महेश्वर ने बताया कि किराये की राशि का इस्तेमाल पंचायत के मूलभूत विकास कार्यो में किया जाना था. साथ ही पंचायत कर्मियों को उसी राशि से वेतन वेतन भी दिया जाना है.