कवर्धा: जिले के लोहारा ब्लॉक अंतर्गत सुतियापाट नहर विस्तार को लेकर क्षेत्र के किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो गए है. जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के 29 गांव में ग्रामीणों ने बैनर लगाकर जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. साथ ही भारतीय किसान संघ गांव-गांव में किसान पंचायत बैठक का आयोजन भी कर रहे है.
आने वाले 19 नवंबर को भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान पूरे परिवार के साथ पैदल मार्च करते हुए लोहारा ब्लॉक मुख्यालय से जिला मुख्यालय पहुंच कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं. यह पूरा मामला सुतियापाट डैम से कृषि काम विस्तार के लिए दिए जाने वाले नहर के पानी को लेकर है. दरअसल लोहारा क्षेत्र के किसानों की बहुत पुरानी मांग थी कि कृषि काम के लिए सुतियापाट नहर का विस्तार किया जाए.
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ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व की भाजपा सरकार ने किसानों की मांग को जायज करार करते हुए नहर निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति भी दे दी थी, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में आने के बाद इस काम की ओर ध्यान नहीं दे रही है. जिसे लेकर किसानों ने स्थानीय विधायक मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास जाकर नहर विस्तार के काम को शुरु कराने की मांग भी की है. बावजूद सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जिसे लेकर किसानों मे काफी आक्रोश है.
आर-पार कि लड़ाई लड़ने के लिए तैयारी कर रहे किसान
इस लेकर अब किसान आर-पार कि लड़ाई लड़ने के लिए तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए भारतीय किसान संघ के बैनर तले गांव-गांव में आंदोलन को लेकर बैठक भी किया जा रही है. हाल ही में डोंगरिया गांव में किसानों ने पंचायत बैठक की, जिसमें फैसला लिया गया कि आने वाले 19 नवंबर को लोहारा ब्लॉक मुख्यालय से भारतीय किसान संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान पैदल मार्च करते हुए जिला मुख्यालय पहुंच कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगे.