कवर्धा: जिला प्रशासन ने तीन राईस मिलर्स के खिलाफ बड़ी कारवाई (Kawardha collector action against rice millers) की है. तीनों राईस मिलर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश कवर्धा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने दिए हैं. तीनों राईस मिलर्स पर शासन को 07 करोड़ 85 लाख का चुना लगाने का आरोप है. कलेक्टर की कारवाई से जिले के अन्य राईस मिलर्स में हड़कंप मच गया है. Kawardha latest news
क्या है पूरा मामला: राईस मिलर्स पर आरोप है की यहां खरीफ विवरण वर्ष 2021-22 अंतर्गत 2104 मीट्रिक टन चावल प्रशासन को जमा करना था, लेकिन राईस मिलों के द्वारा 30 नवंबर 2022 तक जमा नहीं किया गया गया. प्रशासन द्वारा कई बार राईस मिलर्स को नोटिस जारी किया गया, लेकिन वे नहीं माने. जिसके बाद कवर्धा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज कर ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए हैं. जिससे जिले के अन्य राईस मिलर्स में हड़कंप मच गया है.
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एफआईआर और ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश: कवर्धा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने जिले के तीन राईस मिलर राज राईस मिल लालपुर कला, हिराफूड़ राईस मिल डबराभाट और जनक राईस मिल महराजपुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये हैं. साथ ही तीनों राइस मिल को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश (FIR and blacklisted on rice millers) दिए हैं.
समय सीमा में चावल जमा नहीं करने पर कार्रवाई: कवर्धा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बताया कि "पिछले वर्ष का धान राईस मिलों के द्वारा 30 नवंबर तक 07 करोड़ 85 लाख 15 हजार रुपये का 2104 मीट्रिक टन चावल जमा करना था. लेकिन जमा नहीं किया गया है. जिसके चलते प्रशासन की ओर से राज राईस लालपुर कला, हिराफूड़ राईस मिल डबराभाट और जनक राईस मिल महराजपुर तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने व ब्लैक लिस्टेड करने निर्देश दिए हैं."