कवर्धा: जिले के बस कर्मचारी कल्याण संघ ने आर्थिक सहायता राशि की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है. कर्मचारी संघ ने मांग जल्द पूरी नहीं होने पर सीएम हाउस का घेराव करने और अनशन में जाने की बात कही है.
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पूरे प्रदेशभर में बस संचालन में रोक लगा दिया गया था. अब राज्य सरकार ने नियम और शर्तें लागू कर बस संचालन की अनुमति दे दी है, लेकिन कोरोना के खौफ से लोग बसों में सफर नहीं कर रहे हैं. कम यात्रियों के साथ बस चलाने से बस संचालकों को काफी नुकसान हो रहा है. जिसे देखते हुए बस संचालकों ने बसों को परिचालन बंद कर दिया है.
आर्थिक तंगी से जुझ रहे बस संचालक
हालात ये हैं कि जिले में बस चालकों और ऑपरेटरों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ. उनके लिए परिवार चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है. आर्थिक तंगी से जुझ रहे इन परिवारों को अब शासन-प्रशासन से मदद की आस है. संचालकों की माने तो वे कई बार शासन और प्रशासन को अपनी समस्याओं को अवगत करा चुके हैं. लेकिन सिर्फ आश्वासन के अलावा उनके हाथ कुछ नहीं लगा.
परेशानियों को देखते हुए बस कर्मचारी कल्याण संघ ने आर्थिक मदद की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की मांग की है.
पढ़ें- बस संचालकों और परिवहन मंत्री के बीच बैठक रही बेनतीजा
बता दें कि 10 अगस्त को राजधानी रायपुर में बस संचालकों और परिवहन मंत्री के बीच बैठक हुई. बस संचालकों की 8 सूत्रीय मांगों को लेकर परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर से चर्चा की. मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि बस संचालकों की मांगों को सुना गया है. अधिकारियों के साथ चर्चा करने के बाद इस पर आगे फैसला लिया जाएगा. बता दें कि कोरोना के कारण 21 मार्च से प्रदेश में बसों का संचालन बंद था. शासन ने अनलॉक में बस संचालन का आदेश जारी किया था, लेकिन बस संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर बस का संचालन नहीं किया.