कवर्धा: जिले के बोडला विकासखंड के अंतिम ग्राम पंचायत खारा के चेकपोस्ट पर प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए राहत शिविर का कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने बुधवार को निरीक्षण किया. उन्होंने कोरोना वायरस के नियंत्रण और रोकथाम के लिए बनाए गए जिला सर्विलांस टीम को तैनात रहने को कहा. इस रास्ते से आने वाले सभी मजदूरों और लोगों की जिला सर्विलांस टीम की ओर से स्क्रीनिंग की जाएगी.
कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने बुधवार ग्राम खारा के राहत शिविर का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए. कलेक्टर शरण ने कहा कि बोडला विकासखंड आखिरी सीमा पर बसा हुआ अंतिम गांव है. इस गांव के रास्ते से कुछ ही दूरी बाद पड़ोसी जिला राजनांदगांव और पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले की सीमा शुरू हो जाती है, इसलिए इस रास्ते को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है. इस पर सर्तकता बरतने के निर्देश उन्होंने दिए हैं.
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सर्विलांस की टीम तैनात
कलेक्टर ने कहा कि जिला सर्विलांस की टीम बुधवार से यहां दिनभर तैनात रहेगी और इस रास्ते से आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों और व्यक्तियों का पूरी गंभीरता से स्वास्थ्य परीक्षण करेगी. अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाऐ जाते हैं, तो तत्काल वे अपने सीनियर को रिपोर्ट करेंगे.
कलेक्टर ने दिए दिशा-निर्देश
बता दें कि कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने बुधवार को बोडला विकासखण्ड के कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत संचालित विभिन्न राहत शिविरों का निरीक्षण किया. कलेक्टर शरण ने कंटेनमेंट क्षेत्र के समनापुर, रेंगाखार कला के राहत शिविर के साथ दुर्गम वनांचल क्षेत्र सोनवाही, रोल, झलमला और बोदलपानी के राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव, नियंत्रण और रोकथाम के उपायों के लिए बरती जा रही व्यवस्था का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.